टेफ्लॉन कोटिंग vs सिरेमिक कोटिंग: बाइक और कार के लिए कौन-सा है बेहतर?
Teflon Coating vs Ceramic Coating कार या बाइक की चमक बनाए रखना ज़रूरी है जो रिसेल वैल्यू को बढ़ाता है। टेफ्लॉन कोटिंग खरोंचों से बचाती है पानी और धूल को दूर रखती है और UV किरणों से रंग को बचाती है। यह 4-5 महीने तक चलती है। वहीं सिरेमिक कोटिंग लम्बे समय तक चलती है गहरी चमक देती है और UV किरणों से बचाती है लेकिन यह महंगी होती है।

ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। किसी भी कार या बाइक की चमक को बनाए रखना काफी जरूरी होता है। इससे वह शानदार दिखने के साथ ही रिसेल वैल्यू भी अच्छी होती है। इस चमक को बनाए रखने का काम कोटिंग करती है। गाड़ी की फिनिश को बेहतर और सुरक्षित रखने के लिए कई तरह की कोटिंग उपलब्ध है। इनमें से हम यहां पर आपको टेफ्लॉन और सिरेमिक कोटिंग के बारे में बता रहे हैं। आइए विस्तार में जानते हैं कि इन दोनों (Teflon Coating vs Ceramic Coating) में से कौन सी कोटिंग बेहतर है?
टेफ्लॉन कोटिंग (Teflon Coating)
टेफ्लॉन कोटिंग को पॉली-टेट्रा-फ्लोरो-एथिलीन (PTFE) के रूप में भी जाना जाता है। यह एक सिंथेटिक फ्लोरोपॉलीमर है। इसका इस्तेमाल नॉन-स्टिक बर्तनों के लिए होने वाली कोटिंग के समान होती है। कार या बाइक पर की गई टेफ्लॉन कोटिंग इसे लंबे समय तक चमकदार और आकर्षक लुक देने में मदद करती है।
टेफ्लॉन कोटिंग के फायदे
- इसे लगवाने के बाद कार पर एक सुरक्षात्मक परत चढ़ जाती है, इससे छोटे-मोटे खरोंच लगने की संभावना कम हो जाती है।
- यह कोटिंग पानी और धूल को बॉडी पर टिकने नहीं देती है, जिसकी वजह से कार हमेशा साफ-सुधरी दिखाई देती है।
- टेफ्लॉन कोटिंग एक चमकदार फिनिश जोड़ती है, जिससे कार की दिखावट और बढ़ जाती है।
- यह पेंट को UV किरणों से बचाता है, जिससे कार का रंग बना रहता है और फीका नहीं पड़ता।
- इससे चिकनी सतह बन जाती है, जिसके कारण गंदगी और मैल को धोना आसान हो जाता है।
- यह कार के धातु के हिस्सों को नमी से बचाकर जंग लगने से रोकने में मदद करता है।
टेफ्लॉन कोटिंग के नुकसान
- टेफ्लॉन कोटिंग आमतौर पर केवल 4-5 महीने तक चलती है, जिसके लिए बार-बार इसे लगाना पड़ता है।
- यह आपकी कार को हल्की खरोंचों से बचाती है, लेकिन बड़े डेंट या नुकसान से सुरक्षा नहीं देती।
- बार-बार कोटिंग कराने से कुछ वाहन मालिकों के लिए यह एक महंगा रखरखाव हो सकता है।
- अगर इसे सही तरीके से न लगाया जाए, तो कोटिंग से धारियां या असमान धब्बे पड़ सकते हैं।
- यह सुरक्षा की एक परत तो जोड़ता है, लेकिन यह खरोंचों के प्रति पूरी तरह से नहीं रोकती है।
सिरेमिक कोटिंग (Ceramic Coating)
इसे टेफ्लॉन कोटिंग से एक लेवल ऊपर माना जाता है। यह कार के बाहरी हिस्से को मौसम और UV किरणों से बचाने के लिए लगाया जाता है। यह पेंट को बेहतर चमक और निखार भी देता है। सिरेमिक कोटिंग किसी पेशेवर के जरिए ही लगवानी चाहिए। यह आमतौर पर दो से पांच साल तक चलती है।
सिरेमिक कोटिंग के फायदे
- सिरेमिक कोटिंग अन्य कोटिंग्स की तुलना में कई साल तक चल सकती है, जिससे लंबे समय तक सुरक्षा मिलती है।
- यह कार के पेंट में एक गहरी, चमकदार फिनिश जोड़ती है। जिससे पेंट लंबे समय तक वैसा ही बना रहता है।
- इसके जल-रोधी गुण पानी, गंदगी और कीचड़ को दूर बॉडी पर टिकने नहीं देते हैं। इससे कार की सफाई आसानी से हो जाती है।
- यह कार के पेंट को हानिकारक UV किरणों से बचाता है, जिससे रंग फीका पड़ने और ऑक्सीकरण को रोका जा सकता है।
- यह एक मजबूत सुरक्षात्मक परत प्रदान करती है, जिससे छोटे-मोटे खरोंच लगने की संभावना कम हो जाती है।
- यह कार को लंबे समय तक साफ रखने का काम करती है, जिससे बार-बार धोने की जरूरत कम हो जाती है।
सिरेमिक कोटिंग के नुकसान
- सिरेमिक कोटिंग आमतौर पर अन्य प्रकार की कोटिंग की तुलना में ज्यादा महंगी होती है।
- इसके लिए पेशेवर एप्लीकेशन की आवश्यकता होती है, जिससे लागत और समय बढ़ सकता है।
- यह प्रतिरोधी होते हुए भी, गहरे खरोंच या प्रभाव से पहुंचने वाले नुकसान को नहीं रोक सकता है।
- समय के साथ इसके गुणों को बनाए रखने के लिए कोमल धुलाई तकनीकों की जरूरत होती है।
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