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    Motor Insurance Policy: मोटर इंश्योरेंस को रिन्यू करते समय इन बातों का रखें ध्यान, नहीं तो हो जाएगा नुकसान

    By Priyanka KumariEdited By: Priyanka Kumari
    Updated: Mon, 19 Jun 2023 07:30 AM (IST)

    Motor Insurance आप भी मोटर इंश्योरेंस रिन्यू  करवाने वाले हैं तो ये खबर आपके लिए बेहद जरूरी होती है। आपको मोटर इंश्योरेंस रिन्यू करवाते समय कई बातों का ध्यान रखना चाहिए। अगर आप इन बातों को इग्नोर करते हैं तो आपको बाद में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

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    Motor Insurance Policy: मोटर इंश्योरेंस को रिन्यू करते समय इन बातों का रखें ध्यान

     नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। मोटर इंश्योरेंस के समय आपको कई बातों का ध्यान रखना चाहिए। ये आपके गाड़ी के साथ आपकी सुरक्षा के लिए भी जरूरी है। अगर आप कोई भी इंश्योरेंस लेते समय ध्यान नहीं देते हैं तो हो सकता है कि आपको बाद में कठिनाई का सामना करना पड़ जाए। आपको इंश्योरेंस लेते समय और इंश्योरेंस रिन्यू करवाते समय कई बातों का ध्यान रखना चाहिए।

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    आपको अपनी जरूरतों के अनुसार चीजों को चेक करना चाहिए। आपको जरूर देखना चाहिए कि आपको बीमा में कोई संशोधन करवाने की जरूरत तो नहीं है। आइए देखते हैं कि  आपको मोटर इंश्योरेंस रिन्यू करवाते समय किन किन बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए-

    आपको सबसे पहले सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि उसमें दी गई सभी जानकारी सटीक हो। अगर आपको लगता है कि कोई जानकारी गलत है तो आपको उसे ठीक करवा देना चाहिए। अगर आपको कोई भी बदलाव करना हो जैसे कि घर का पता, मोबाइल नंबर, बाय-फ्यूल किट, सीएनजी जोड़ना, या फिर कोई भी उपकरण जोड़ना आदि से जुड़े  कोई बदलाव कर सकते हैं। किसी भी तरह के बदलाव करने या जानकारी अपडेट करने से पहले ये जान लें कि आपका प्रीमियम राशि कितनी है और आपको कितना भुगतान करना होगा।

    PAYD

    PAYD आज एक टाइम में मोटर बीमा में काफी इस्तेमाल होता है। आप जरूर देखें कि आपको इसकी सुविधा मिली है या नहीं। इसमें अगर आप गाड़ी ज्यादा नहीं चलाते हैं तो आपके बीमा का इंश्योरेंस कम हो जाता है। अगर आप कम समय के लिए गाड़ी चलाते हैं लेकिन आपको बीमा में पूरा प्रीमियम देना पड़ता है तो आपको एक बार इस पर विचार कर देना चाहिए।

    कई कंपनी आपको बीमा इस आधार पर देती है कि आपकी गाड़ी कितनी दूर चली है। प्रीमियम का कैलकुलेशन कई माइलेज स्लैब में किया जाता है। कई कंपनी तो आपको ये भी सुविधा देती है कि जिस दिन आप ट्राइव नहीं करते हैं उन दिनों के लिए आप अपनी पॉलिसी बंद भई करवा सकते हैं। अगर आप भी प्रीमियम को कम करना चाहते हैं तो आप PAYD पर विचार कर सकते हैं।

    ऑनलाइन बनाम ऑफलाइन

    आपको ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से पॉलिसी की तुलना करनी चाहिए। आपको सर्विस और प्रीमियम को लेकर तुलना करनी चाहिए। कई बार ऑनलाइन में आपको बेहतर ऑफर भी मिलते हैं। आपको ऑनलाइन में ऑफलाइन की तुलना में ऑफर और छूट भी दिया जाता है। इस वजह से आपको दोनों मोड में मिल रही पॉलिसी की एक बार तुलना जरूर करना चाहिए।

    नो क्लेम बोनस

    पॉलिसीधारक ने अगर 5 साल तक कोई क्लेम नहीं किया है तो उसे नो क्लेम बोनस मिलता है। पहले साल आपको  20 फीसदी से शुरू होता है जो 5 साल के बाद 50 फीसदी तक पहुंच जाता है। अगर आप एक साल के भीतर कोई क्लेम कर देते हैं तो आपको ये लाभ नहीं मिलता है। आप अपने नो क्लेम बोनस को दूसरी कार में ट्रांसफर भी करवा सकते हैं।  नो क्लेम बोनस  के साथ आप कई और सुविधा भी ट्रांसफर करवा सकते हैं।

    ऐड-ऑन

    आप अगर पॉलिसी रिन्यू करवाते समय ऐड-ऑन की सुविधा का चयन सावधानी से करना चाहिए। ये संभावित खर्चों के खिलाफ अनुकूलित और बढ़ी हुई सुरक्षा प्रदान करते हैं। इसमें आपको जीरो-डेप्रिसिएशन कवर, इंजन प्रोटेक्शन कवर, रोडसाइड असिस्टेंस कवर और लॉक कवर में ऐड-ऑन की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।