नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। अधिकतर लोगों को केवल यह पता है कि गाड़ी के अंदर कूलिंग सिस्टम होता है, लेकिन उन्हें यह बिल्कुल भी नहीं पता कि कौन-कौन से पार्ट के सहयोग से कूलिंग सिस्टम अपना काम करता है। कूलिंग सिस्टम को लेकर बहुत सारी भ्रमियां बहुत समय से फैलती चली आ रही हैं, जिस को नजरअंदाज करने पर कई बार भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है। इसलिए इस खबर के माध्यम से आपको उन पांच मिस इंफॉर्मेशन के बारे में बताएंगे, जिसके चलते गाड़ी के कूलिंग सिस्टम का हम लोग सही ढंग से ध्यान नहीं रख पाते हैं।
इन पार्ट से मिलकर बनता है कूलिंग सिस्टम
कूलिंग सिस्टम कोई एक सिंगल पार्ट नहीं है, ऐसे कई पार्ट्स हैं, जिसके सही ढंग से काम करने से कूलिंग सिस्टम अपना काम सही ढंग से करता है। कूलिंग सिस्टम में रेडिएटर फैन होता है, रिजर्व टैंक होते हैं, बाईपास सिस्टम होता है, प्रेशर कैप और फ्रिज फ्लग होते हैं। जब यह सारे पार्ट्स एक साथ काम करते हैं तो गाड़ी के इंजन को सही ढंग से कूलिंग मिलने लगती है।
इन भ्रमों से रहें दूर
-कूलिंग सिस्टम को सर्विसिंग की जरूरत नहीं पड़ती है
-टैंक में हल्के- फुल्के लीकेज से कोई फर्क नहीं पड़ता
-कूलिंग सिस्टम में सिर्फ पानी या फिर कूलेंट की जरूरत पड़ती है।
-सभी कूलेंट एक समान होते हैं।
एक स्मार्ट वाहन मालिक बनने का सबसे बड़ा और आसान तरीका यह है कि उसको अपनी गाड़ी के बारे में थोड़ा डिटेल में पता होना चाहिए। हम सभी जानते हैं कि कूलिंग सिस्टम का काम गाड़ी के इंजन को गर्म होने से बचाना और ठंडा रखना है। लेकिन हमारे दैनिक जीवन में यह छोटी मोटी बड़े भ्रमियां हमें इन समस्याओं को इग्नोर करने में मदद करती हैं।
ऐसे में हमें पता होना जरूरी है कि गाड़ी का कूलिंग सिस्टम क्या होता है। ये किन-किन पार्ट्स बने होते हैं। हमें यह भी पता होना चाहिए कि सभी कूलेंट एक समान नहीं होते हैं। क्योंकि, आजकल लोकल कूलेंट भी आते हैं और लोग नासमझी की वजह से अपने गाड़ी में डलवा लेते हैं जिससे आगे चलकर उन्हें भारी नुकसान होता है। गाड़ी जब भी सर्विसिंग करवाने जाएं तो कूलिंग सिस्टम को मैकेनिक से जरूर चेक करवाएं
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