कितना चलाने के बाद चेंज कर देना चाहिए गाड़ी का टायर, बदलवाते समय रखें इन बातों का ध्यान
Tire Replacement Tips गाड़ी का टायर सही समय पर बदलवाने से न केवल आपकी गाड़ी की सुरक्षा बढ़ती है बल्कि आपका ड्राइविंग एक्सपीरियंस भी बेहतर बनता है। जिसे देखते हुए हम यहां पर आपको बता रहे हैं कि गाड़ी के टायर को कब बदलवाना चाहिए। साथ ही यह भी बता रहे हैं कि टायर बदलवाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। किसी भी गाड़ी का टायर उसकी सेफ्टी और परफॉर्मेंस के लिए काफी जरूरी होता है। उन्हें समय पर बदवाना न केवल गाड़ी की उम्र बढ़ती है, बल्कि आपके सफर को सुरक्षित और आरामदायक भी बनाता है। इसके साथ ही एक सवाल उठता है कि आखिरकार कितना समय या कितने किलोमीटर चलाने के बाद गाड़ी के टायर को बदल देना चाहिए और इसे बदलवाने के वक्त किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए। आइए इसके बारे में विस्तार में जानते हैं।
कितना चलाने के बाद बदलें टायर?
- किलोमीटर: सामान्यतः: गाड़ी के टायर को 40,000 से 50,000 किलोमीटर तक चलाने के बाद चेंज करवाने की सलाह दी जाती है। यह चीज गाड़ी के मॉडल, ड्राइविंग कंडीशन और टायर की क्वालिटी पर निर्भर करता है। अगर आप लंबी दूरी का सफर करते हैं या फिर तेज रफ्तार में गाड़ी चलाते हैं, तो आपके गाड़ी के टायर की उम्र कम हो सकती है।
- टायर की उम्र: आमतौर पर गाड़ी के टायर को 4-5 साल के भीतर बदलवा लेना चाहिए, भले ही वह ज्यादा नहीं चली हो। दरअसल, टायर की रबर समय के साथ कठोर होने के साथ सड़क पकड़ भी कम हो जाती है। इससे गाड़ी की सुरक्षा पर असर पड़ सकता है।
- टायर की स्थिति: अगर आपका टायर घिसने के बाद अच्छा परफॉर्मेंस नहीं कर रहा है या फिर उसमें कोई दरार, कट या बबल (फुलाव) दिखाई दे रही हो, तो यह संकेत है कि टायर को बदलने का समय आ गया है। वहीं, अगर गाड़ी की ड्राइविंग में किसी तरह की परेशानी होती है, तो आपको टायर बदलवा लेना चाहिए।
टायर बदलवाते समय इन बातों का रखें ध्यान
- टायर का प्रकार: अपनी गाड़ी के लिए सही टायर का चुनाव करें। बाजार में अलग-अलग तरह के टायर मिलते हैं, जैसे- सामान्य टायर, ऑल-सीजन टायर, हाई परफॉर्मेंस टायर। आपको अपनी गाड़ी के मॉडल और मौसम के हिसाब से सही टायर का चुनाव करना चाहिए।
- टायर के पैटर्न की जांच: सड़क पर गाड़ी को चलने के लिए टायर की ग्रिप और पकड़ पैटर्न बहुत मायने रखते हैं। इसलिए यह जरूर देखें कि टायर का पैटर्न आपके ड्राइविंग कमीशन के अनुसार है।
- टायर का बैलेंस और एलाइनमेंट: टायर बदलते समय आपको इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि टायर का बैलेंस और व्हील एलाइनमेंट सही से किया गया हो। इससे ड्राइविंग आसान और आरामदायक होती है।
- ब्रांड का चयन: नया टायर लगवाने के समय अच्छे ब्रांड का चुनाव करें। ज्यादा सस्ते या अनजाने ब्रांड के टायर आपकी गाड़ी की सुरक्षा के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं।
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