इंजन के साथ लापरवाही से होता है बड़ा नुकसान, ठीक करवाने में खर्च हो जाएंगे हजारों रुपये, जानें बचने का तरीका
भारत के साथ ही दुनियाभर में रोजाना लाखों कारों का उपयोग किया जाता है। इनमें से कई कारें चलते हुए खराब भी हो जाती हैं। ऐसा कई कारणों से होता है लेकिन सबसे प्रमुख कारण कार के साथ लापरवाही बरतना होता है। लापरवाही के कारण इंजन को क्या नुकसान हो सकता है। किस तरह से इससे बचा जा सकता है। आइए जानते हैं।
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। दुनिया के साथ ही भारत में भी हर रोज लाखों कारों का उपयोग किया जाता है। कार के साथ लापरवाही बरतने पर वैसे तो कई तरह की परेशानियां आती हैं। लेकिन इंजन में एक बार समस्या आ जाए तो फिर उसे ठीक करवाना काफी मुश्किल हो जाता है। किस तरह की परेशानी इंजन में आ सकती है और इससे कैसे बचा जा सकता है। हम आपको इस खबर में बता रहे हैं।
समय पर सर्विस है जरूरी
किसी भी गाड़ी की उम्र को सिर्फ समय पर सर्विस करवाने से ही बढ़ाया जा सकता है। अच्छे सर्विस सेंटर पर गाड़ी की समय पर सर्विस करवाने से इंजन सीज होने से तो सुरक्षा मिलती ही है साथ ही कई तरह की परेशानियों को भी समय रहते दूर किया जा सकता है।
अच्छी क्वालिटी के इंजन ऑयल का करें उपयोग
अगर आप कार की सर्विस कंपनी के सर्विस सेंटर पर नहीं करवाते हैं तो भी गाड़ी में अच्छी क्वालिटी के इंजन ऑयल का उपयोग करके इंजन की परेशानी को दूर रखा जा सकता है। खराब क्वालिटी के इंजन ऑयल के कारण इंजन के अंदरूनी पार्ट्स जल्दी खराब होने लगते हैं और एक समय के बाद इंजन सीज हो जाता है।
अच्छी क्वालिटी के पेट्रोल का करें उपयोग
कई बार लोग ऐसे पेट्रोल पंप से तेल भरवाते हैं जहां पर खराब क्वालिटी के तेल को भरा जाता है। अगर लंबे समय तक ऐसे तेल का उपयोग कार में किया जाता है तो इससे भी इंजन सीज होने का खतरा बढ़ जाता है। खराब क्वालिटी के तेल के कारण इंजन के अंदरूनी पार्ट्स घिसने लगते हैं और इंंजन सीज हो जाता है। इसलिए कोशिश करें कि अच्छी क्वालिटी के तेल का उपयोग कार में करें।
कूलेंट का रखें ध्यान
कार को जब चलाया जाता है तो इंजन का तापमान बढ़ने लगता है। इंजन के तापमान को सामान्य बनाए रखने के लिए गाड़ी में कूलेंट का उपयोग किया जाता है। अगर सही और अच्छी क्वालिटी के कूलेंट का उपयोग गाड़ी में किया जाता है तो इससे इंजन के तापमान को कम बनाए रखने में मदद मिलती है और इंजन को नुकसान नहीं होता। लेकिन अगर खराब क्वालिटी के कूलेंट का उपयोग किया जाता है तो फिर इंजन का तापमान लगातार बढ़ता रहता है और एक समय के बाद इंजन ओवरहीट होकर सीज तक हो सकता है।
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