कार के टायर का कितना रखना चाहिए एयर प्रेशर, कहीं हवा भरने वाला न कर दे ये गलती
Car Tyre Pressure Tips हम यहां पर आपको बता रहे हैं कि एक कार के टायर में सही मात्रा में कितना एयर प्रेशर होना चाहिए। इसके साथ ही बता रहे हैं कि आप किस तरह से कार के टायर का एयर प्रेशर सही रख सकते हैं। इसके अलावा यह भी बता रहे हैं कि ज्यादा और कम एयर प्रेशर होने पर क्या नुकसान होता है।
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। कार के टायर में एयर प्रेशर का सही होना गाड़ी की सेफ्टी, फ्यूल की बचत और उसकी लंबी उम्र के लिए काफी जरूरी होता है। अगर टायर में एयर प्रेशर सही नहीं होता है, तो यह गाड़ी के परफॉर्मेंस पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इतना ही नहीं, टायरों में सही हवा नहीं होने पर वह भी जल्दी खराब हो जाते हैं। इसलिए कार के टायर में सही मात्रा में एयर प्रेशर का होना जरूरी है। चलिए, जानते हैं कि कार के टायर में कितना एयर प्रेशर होना चाहिए।
क्यों जरूरी सही टायर प्रेशर?
कार के टायर में एयर प्रेशर उसकी स्पीड, फ्यूल एफिशिएंसी, ड्राइविंग एक्सपीरिएंस और सेफ्टी पर सीधा असर डालता है। अगर टायर में कम या ज्यादा प्रेशर हो तो इससे उसका घिसाव असमान हो सकता है, जिसकी वजह से टायर जल्दी खराब हो सकते हैं। इतना ही नहीं, सही टायर प्रेशर नहीं होने पर ब्रेकिंग और स्टिरिंग पर भी असर पड़ता है, जिसकी वजह से सड़क पर संतुलन बनाए रखने में मुश्किल होती है।
कितना होना चाहिए सही एयर प्रेशर?
हर कार निर्माता अपनी मॉडल के टायर के लिए सही एयर प्रेशर के बारे में मैनुअल बुक में बताते है। उसमें यह बताया गया होता है कि किस टायर में कितनी हवा होनी चाहिए। समान्यत: कार के टायर में एक सही एयर प्रेशर 30 से 35 PSI (पाउंड्स प्रति वर्ग इंच) के बीच होना चाहिए, लेकिन यह कार के मॉडल और ऑटोमेकर के अनुसार बदल सकता है। कुछ स्पोर्ट्स कार में यह एयर प्रेशर ज्यादा तो कुछ हल्की गाड़ियों में यह कम हो सकता है।
टायर प्रेशर को सही कैसे रखें?
- कार के टायर में एयर प्रेशर को महीने में एक बाद जरूर जांच करवाना चाहिए। आप यह जरूर सुनिश्चित करें कि टायर ठंडे हों जब आप प्रेशर चेक करें, क्योंकि गर्म टायरों का प्रेशर ज्यादा हो सकता है।
- हाल के समय में आने वाली कई गाड़ियों में टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS) दिया गया होता है, जो टायर प्रेशर को लगातार ट्रैक करता है। यह एयर प्रेशर कम होने पर चेतावनी भी देता है।
- जब आप फ्यूल भरवाने के लिए फ्यूल स्टेशन जाते हैं तो वहां पर एयर प्रेशर को फ्री में चेक करवा सकते हैं। इसके अलावा आप टायर प्रेशर गेज का इस्तेमाल करके भी एयर प्रेशर को चेक कर सकते हैं।
कम या ज्यादा एयर प्रेशर से होने वाले नुकसान
- कम एयर प्रेशर: अगर टायर में एयर प्रेशर कम होता है, तो टचिंग सरफेस का क्षेत्र बढ़ जाएगा। इसकी वजह से टायर का घिसाव अधिक तेजी से होता है। वहीं, टायर के गर्म होने की संभावना भी बढ़ जाती है, जिसकी वजह से टायर पंचर भी हो सकता है। कम एयर प्रेशर होने पर कार कम माइलेज भी दे सकती है।
- ज्यादा एयर प्रेशर: कार के टायर में ज्यादा एयर प्रेशर होने पर उसकी पकड़ सकड़ पर अच्छे से नही बनती है। वहीं, टायर का बीच का भाग ज्यादा घिसेगा और गाड़ी की राइडिंग सॉफ्टनेस कम हो सकती है।
यह भी पढ़ें- कार या बाइक का गलत चालान कटा है तो कंप्लेन कैसे करें? जानिए स्टेप-बाई-स्टेप प्रोसेस
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।