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    Car Care Tips: सालों तक कार का करना है उपयोग तो ओवरलोडिंग से करें तौबा, नहीं तो होगा इंजन को नुकसान

    Updated: Sun, 18 Aug 2024 11:40 PM (IST)

    अक्‍सर लोग अपनी कार में सामान्‍य से ज्‍यादा वजन के साथ सफर (Overloading) करते हैं। जिससे लंबे समय में गाड़ी को बड़ा नुकसान हो जाता है। अगर आप भी अपनी गाड़ी को लंबे समय तक चलाना चाहते हैं तो किन बातों का ध्‍यान रखते हुए इंजन के अलावा गाड़ी की उम्र (Car Care Tips) को बढ़ाया जा सकता है। आइए जानते हैं।

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    गाड़ी में ओवरलोडिंग से होता है लंबे समय में ज्‍यादा नुकसान।

    ऑटो डेस्‍क, नई दिल्‍ली। देश में बड़ी संख्‍या में लोग कार का उपयोग करते हैं। लेकिन कई लोग अपनी कार को ओवरलोड करके सफर करते हैं। ऐसा करने के क्‍या नुकसान हो सकते हैं। हम आपको इस खबर में बता रहे हैं।

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    इंजन पर होता है बुरा असर

    गाड़ी ओवरलोड करने के बाद सफर करने से इंजन पर सबसे ज्‍यादा बुरा असर होता है। चाहें गाड़ी का इंजन कितना भी बड़ा क्‍यों न हो अगर उसमें क्षमता से ज्‍यादा सामान रखा जाता है तो इंजन के पार्ट्स जल्‍दी खराब होने का खतरा भी बढ़ जाता है और लंबे समय तक ऐसा करने के कारण इंजन सीज भी हो सकता है।

    ब्रेकिंग होती है खराब

    अगर किसी गाड़ी में ज्‍यादा सामान रखा जाता है तो इससे ब्रेकिंग सिस्‍टम भी खराब हो जाता है। अगर कोई व्‍यक्ति अकेले ही कार में सफर करता है तो उस कार में ब्रेक ज्‍यादा बेहतर तरीके से काम करते हैं, लेकिन अगर गाड़ी में क्षमता से ज्‍यादा यात्रियों या सामान के साथ सफर किया जाता है तो ब्रेकिंग सिस्‍टम पर भी ज्‍यादा प्रैशर पड़ता है और इससे ब्रेक ज्‍यादा जल्‍दी खराब हो जाते हैं।

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    सस्‍पेंशन में आती है खराबी

    किसी भी गाड़ी को एक निश्‍चित वजन उठाने के हिसाब से बनाया जाता है। लेकिन अगर गाड़ी में उस वजन से ज्‍यादा भार रखा जाता है तो फिर इससे सस्‍पेंशन भी जल्‍दी खराब हो जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्‍योंंकि सस्‍पेंशन को भी गाड़ी के वजन के मुताबिक ही रखा जाता है लेकिन अगर ज्‍यादा वजन रखा जाता है तो सस्‍पेंशन पर अतिरिक्‍त भार आ जाता है और वह खराब हो जाते हैं।

    बढ़ता है मेंटेनेंस

    ज्‍यादा सामान के साथ गाड़ी में सफर करने के कारण जहां एक और ज्‍यादा ईंधन की खपत होती है वहीं गाड़ी को ठीक रखने में ज्‍यादा खर्च भी करना पड़ता है। ऐसा इसलिए होता है क्‍योंकि ओवरलोडिंग के कारण गाड़ी के कई पार्ट्स समय से पहले खराब हो जाते हैं और उनको ठीक करवाने में ज्‍यादा खर्च करना पड़ता है।

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