Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    AMT Gearbox Cars: ऑटोमैटिक गाड़ियों में मिलने वाले किफायती AMT गियरबॉक्स क्या हैं? मैनुअल विकल्प से कितने बेहतर

    By Sonali SinghEdited By: Sonali Singh
    Updated: Mon, 20 Feb 2023 03:49 PM (IST)

    What is Automatic Manual Transmission (AMT) Gearbox vs Manual Gearbox ऑटोमैटिक कारों में CVT और AMT जैसे विकल्प देखने को मिलते हैं। इसमें से AMT को एक किफायती विकल्प के रूप में देखा जाता है। भारत में हुंडई औरा टाटा पंच जैसे बहुत- से विकल्प मौजूद हैं।

    Hero Image
    AMT Gearbox Cars In India 2023: See Car Details

    नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। कार खरीदते समय आपने भी सुना होगा कि किसी कार में मैनुअल ट्रांसमिशन मिलता है तो किसी कार में ऑटोमैटिक। अगर ऑटोमैटिक कारों की बात करें तो इसमें भी उनकी कीमत और फीचर्स के हिसाब से अलग-अलग तरह के ट्रांसमिशन दिए जाते हैं। आपने CVT या AMT जैसे गियर विकल्पों के बारे में तो सुना ही होगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पर किसी भी विकल्प को चूनने से पहले यह समझना जरूरी है कि उसका असल इस्तेमाल क्या है और कौन-सा विकल्प हमारे लिए सबसे सही है। तो चलिए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं।

    क्या होते हैं कारों के ट्रांसमिशन

    किसी भी गाड़ी के पहियों को पावर देने के लिए गियर या ट्रांसमिशन के विभिन्न स्तरों की जरूरत होती है और इसे गियरबॉक्स के द्वारा किया जात है। मुख्य रूप से कारों में ट्रांसमिशन दो प्रकार के होते हैं- मैनुअल और ऑटोमैटिक । इन्हीं ट्रांसमिशन की मदद से कार को आगे या पीछे जाने में मदद मिलती है।

    कारों के मैनुअल ट्रांसमिशन

    मैनुअल गियरबॉक्स या ट्रांसमिशन में गियर शिफ्ट करने के लिए मैन्युअल हस्तक्षेप की जरूरत होती है, जिसमें कार के पहियों को पावर देने के लिए क्लच पेडल का इस्तेमाल किया जाता है। गियर एक लीवर के समान होता है, जिसे आगे पीछे करके पहियों में पावर दी जाती है।

    ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन

    ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन में गियर को बदलने के लिए किसी भी तरह की मैनुअल प्रक्रिया की जरूरत नहीं होती है और कार के तकनीकी पार्ट्स गियर को शिफ्ट करने में मदद करते हैं। ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन तीन तरह के होती हैं। पहला CVT (कंटीन्यूअसली वेरिएबल ट्रांसमिशन), दूसरा DCT (डुअल क्लच ट्रांसमिशन) और तीसरा AMT (ऑटोमेटेड मैनुअल ट्रांसमिशन)। इसमें से AMT ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन का एक लागत प्रभावी वर्जन है।

    क्या होती हैं AMT कारें ?

    AMT वर्तमान में भारत में बेची जा रही सबसे सस्ती ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन है, जो कुछ हद तक मैनुअल गियरबॉक्स की तरह ही काम करता है। क्लच और गियर को ऑटोमैटिक रूप से बदलने के लिए इसमें हाइड्रोलिक एक्ट्यूएटर्स या सेमी-इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स की जरूरत होती हैं।

    भारत में मौजूद कुछ बेहतरीन AMT कारें

    जैसे कि ऊपर बताया गया है कि AMT गियरबॉक्स कारों में मिलने वाली एक लागत प्रभावी वर्जन है। इसलिए, भारत में मिलने वाले मॉडलों में Tata Nexon, Tata PUnch, Hyundai Aura, Mahindra XUV300, Maruti Suzuki Swift, Maruti Suzuki WagonR और Maruti Suzuki Baleno जैसी बहुत-सी कारें हैं।

    दोनों में कौन है बेहतर?

    अगर मैनुअल (MT) या ऑटोमेटेड मैनुअल ट्रांसमिशन (AMT) की बात करें तो इन्हें चुनने के लिए कुछ जरूरी चीजों का ध्यान रखा जाना चाहिए, जिसके बाद आप एक सही विकल्प को चुन सकते हैं।

    कीमत- किसी भी कार को लेने से पहले इस बात का ध्यान रखना बेहद जरूरी है कि आपकी बजट क्या है और मैनुअल या ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के विकल्प लेने पर इसका कार की कीमत पर क्या असर पड़ने वाला है। मैनुअल ट्रांसमिशन की कीमत ऑटोमैटिक विकल्प की तुलना में कम होती है। इस वजह से अगर आपका बजट कम है तो मैनुअल की तरफ ध्यान देना अच्छा रहेगा।

    ड्राइविंग सुविधा- इसमें कोई शक नहीं है कि मैनुअल की तुलना में ऑटोमैटिक विकल्प ड्राइविंग के समय ज्यादा सुविधाजनक होता है। हालांकि, काफी लंबे समय से मैनुअल गियरबॉक्स के साथ ड्राइव कर रहे लोगों के लिए अब भी उनकी पहली पसंद मैनुअल गियरबॉक्स ही है।

    माइलेज- आरामदायक होने के साथ ही गाड़ी में जबरदस्त माइलेज होना भी जरूरी है। इस मामले में ऑटोमैटिक गियरबॉक्स विकल्प थोड़ा पीछे रह जात है और मैनुअल गियरबॉक्स में ज्यादा माइलेज मिलती है।

    गियर विकल्प- ज्यादा विकल्प के साथ किसी ऑटोमैटिक कार में छह से लेकर आठ गियरबॉक्स के विकल्प दिए जाते हैं, जो इसे एक बेहतर कंट्रोल वाला विकल्प बना देता है। वहीं, मैनुअल गियरबॉक्स विकल्प में आमतौर पर पांच से छह गियरबॉक्स और एक रिवर्स मोड होता है।

    ये भी पढ़ें-

    आपकी इन गलतियों के कारण होता है गाड़ी का ब्रेक पैड समय से पहले खराब

    FastTag का रिचार्ज करते समय की ये गलती तो बाद में पड़ेगा पछताना, अटक जाएंगे पैसे