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NewsClick Row: दिल्ली में दंगा भड़काने के लिए प्रबीर पुरकायस्थ ने चीन से भारत में भेजा था धन, आरोप पत्र दाखिल

न्यूजक्लिक मामले में जेल में बंद न्यूजक्लिक के संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ पर दिल्ली पुलिस ने गंभीर आरोप लगाया है। आरोप पत्र में न्यूजक्लिक के एचआर प्रमुख और आरोपित से सरकारी गवाह बने अमित चक्रवर्ती के बयान का हवाला दिया गया है। इसमें दावा किया गया है कि पुरकायस्थ सीतलवाड़ के कई कर्मचारियों को वेतन देते थे क्योंकि तीस्ता का एफसीआरए कुछ मुकदमेबाजी के कारण बंद हो गया था।

By Vineet Tripathi Edited By: Sonu Suman Published: Thu, 02 May 2024 09:15 PM (IST)Updated: Thu, 02 May 2024 09:15 PM (IST)
दिल्ली में दंगा भड़काने के लिए प्रबीर पुरकायस्थ ने चीन से भारत में भेजा था धन।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। न्यूजक्लिक मामले में न्यायिक हिरासत में जेल में बंद न्यूजक्लिक के संस्थापक और प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ पर दिल्ली पुलिस ने गंभीर आरोप लगाया है। मामले में पटियाला हाउस कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर पुलिस ने कहा कि वर्ष 2020 के दिल्ली दंगों व किसान आंदोलन को भड़काने से लेकर कोविड महामारी पर दुष्प्रचार अभियान चलाने के लिए चीन से भारत में फंडिंग की थी।

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पुलिस ने अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश हरदीप कौर के समक्ष दायर अपने आरोप पत्र में आरोप लगाया है कि पुरकायस्थ कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ के कई कर्मचारियों को वेतन देती थीं। पुलिस ने कहा कि वर्तमान मामले में एक अन्य कार्यकर्ता गौतम नवलखा की भूमिका की जांच की जा रही है।

नवलखा न्यूजक्लिक के शेयरधारक रहे

अंतिम रिपोर्ट में आरोप लगाया गया कि नवलखा न्यूजक्लिक के शेयरधारक रहे हैं और संरक्षित गवाहों की गवाही में उनकी भूमिका प्रतिबंधित नक्सली संगठन के लिए हथियारों और गोला-बारूद के वित्त और आपूर्ति के माध्यमों में से एक के रूप में भी सामने आई है।

सरकारी गवाह बने अमित चक्रवर्ती के बयान का हवाला

आरोप पत्र में न्यूजक्लिक के मानव संसाधन (एचआर) प्रमुख और आरोपित से सरकारी गवाह बने अमित चक्रवर्ती के बयान का हवाला दिया गया है। इसमें दावा किया गया है कि पुरकायस्थ सीतलवाड़ के कई कर्मचारियों को वेतन देते थे, क्योंकि तीस्ता का एफसीआरए कुछ मुकदमेबाजी के कारण बंद हो गया था।

अमित चक्रवर्ती ने बयान में कहा गया है कि तीस्ता को इस निर्देश के साथ वित्त पोषित किया गया था कि वह अपने एनजीओ सबरंग, अपने पति और अन्य के माध्यम से समाज में सांप्रदायिक एजेंडा और वैमनस्य फैलाने के लिए पैसा खर्च करेगी। उनके पति, बेटी, बेटे और अन्य स्टाफ सदस्यों को भुगतान किया गया था। बयान में दावा किया गया है कि पुरकायस्थ को श्रीलंकाई मूल के अमेरिकी अमेरिकी नागरिक नेविल रॉय सिंघम के स्वामित्व वाली विभिन्न कंपनियों से अवैध धन प्राप्त होता था।

पुरकायस्थ ने एक व्यक्ति को 36 लाख रुपये दिए

इसमें आरोप लगाया गया कि सिंघम से प्राप्त धन में से पुरकायस्थ ने एक व्यक्ति को 36 लाख रुपये दिए और इसे वर्ष 2020 के दिल्ली दंगों को भड़काने के लिए शरजील इमाम को देने का निर्देश दिया गया था। आरोप पत्र में कहा गया कि इसी बीच कोरोना महामारी फैल गई और सिंघम ने पुरकायस्थ को लेख लिखकर एक अभियान शुरू करने का निर्देश दिया ताकि लोग भारतीय वैक्सीन लेने से बचें। इसके परिणामस्वरूप कई लोग मरेंगे, सरकार के खिलाफ असंतोष बढ़ेगा और गृह युद्ध की स्थिति पैदा हो सकती है।

अदालत में आरोप पत्र पर गत मंगलवार को संज्ञान लिया था और आरोप तय करने के लिए जिरह के लिए मामले को 31 मई को सूचीबद्ध किया था। पुरकायस्थ को पुलिस ने तीन अक्टूबर 2023 को गिरफ्तार किया था।

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