कुनाल हत्याकांड: कार की डिग्गी में छात्र का शव लेकर 2 दिन तक घूमे थे बदमाश, मरने के बाद सिर पर वार कर नहर में फेंका
कुनाल की हत्या करने के बाद बदमाश शव को दो दिन तक कार की डिग्गी में लेकर घूमते रहे थे।उसे नोएडा के सेक्टर 126 स्थित होटल में लेकर भी गए थे। वह विरोध न कर पाए इसके लिए उसको नशे का इंजनेक्शन देकर कार की डिग्गी में डाल दिया। इस दौरान कुनाल की मौत हो गई। मौत होने के बाद आरोपितों ने उसे बुलंदशहर में नहर में फेंक दिया।
प्रवीण विक्रम सिंह, ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा के रेस्टोरेंट व्यापारी कृष्ण शर्मा के बेटे कुनाल की हत्या करने के बाद बदमाश शव को दो दिन तक कार की डिग्गी में लेकर घूमते रहे थे।
इस दौरान बदमाश नोएडा भी गए थे। जांच में यह तथ्य भी प्रकाश में आया है कि महज गाली देने पर छात्र की हत्या कर दी गई। हालांकि दोनों पक्षों के बीच ब्याज के रुपये को लेकर भी विवाद था।
आरोपी को है अलग-अलग कार चलाने का शौक
घटना की साजिश रचने वाला आरोपित पहलवान के नाम से मशहूर है। उसका व उसके करीबी का कार बेचने का कारोबार है। उसका अलग-अलग कार चलाने का शौक है। उसकी दोस्ती कुनाल के पिता व्यापारी कृष्ण शर्मा से थी। दोनों के बीच रुपयों का लेन-देन होता था। इसी बीच एक दिन रेस्टोरेंट पर मौजूद व्यापारी के बेटे कुनाल से आरोपित की कहासुनी हो गई।
छात्र कुनाल ने उसको गाली दे दी। यह बात आरोपित को चुभ गई। बदला लेने की नीयत से उसने अपने मित्र व उसकी महिला मित्र के साथ मिलकर अपहरण व हत्याकांड की साजिश रच डाली। महिला मित्र हरियाणा की रहने वाली है। पुलिस उसके करीब पहुंच गई है। जल्द ही महिला मित्र भी पुलिस के कब्जे में होगी।
नशे का इंजेक्शन देकर डिग्गी में डाला
दरअसल, जांच में पता चला है कि कुनाल का अपहरण करने के बाद आरोपित उसे नोएडा के सेक्टर 126 स्थित होटल में लेकर गए। वह विरोध न कर पाए इसके लिए उसको नशे का इंजेक्शन देकर कार की डिग्गी में डाल दिया। इस दौरान कुनाल की मौत हो गई।
मौत के बाद बुलंदशहर में नहर में फेंका
मौत होने के बाद आरोपितों ने उसके सिर पर वार कर बुलंदशहर में नहर में फेंक दिया। इस बात से भी मना नहीं किया जा सकता है कि यदि कुनाल की मौत न होती तो आरोपित उसके पिता से फिरौती वसूलने की फिराक में थे।
यह है मामला
रबूपुरा के गांव म्याना के रहने वाले ढाबा संचालक कृष्ण कुमार शर्मा का छोटा बेटा कुनाल कक्षा आठ का छात्र था। बीते एक मई की दोपहर ढाई बजे रेस्टोरेंट पर उनका बेटा कुनाल बैठा था। दोपहर दो बजकर 47 मिनट पर सफेद रंग की स्कोडा गाड़ी आकर रेस्टोरेंट के बाहर रुकी। जहां कार रुकी, उसके दाएं तरफ सफेद रंग के कपड़े पहने हुए एक दिव्यांग व्यक्ति पहले से खड़ा था।
कार से एक युवती ढाबे पर गई और उसने पनीर व रोटी का आर्डर दिया। अन्य आर्डर के लिए वह कुनाल को कार तक ले गई। कार के बाएं तरफ से युवती ने कवर किया और दाएं तरफ से दिव्यांग ने कवर किया। छात्र के बीच में बैठते ही तेज स्पीड में कार लेकर आरोपित फरार हो गए।
दिव्यांग व्यक्ति ने अपना मुंह सफेद गमछा से ढका हुआ था। कार पर फर्जी नंबर प्लेट लगी थी। इस अपहरण का सीसीटीवी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। रविवार सुबह छात्र का शव बुलंदशहर में मिला। उसकी हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद बीटा दो कोतवाली प्रभारी मुनेंद्र कुमार को लाइन हाजिर कर दिया गया था।