Meerut lok sabha election 2024; नहीं टूट सका ये ट्रेंड, कैंट में एक बूथ ऐसा भी...पिछली बार 20 और अबकी आठ वोट पड़े
lok sabha voting percentage मेरठ में दूसरे चरण का चुनाव संपन्न हुआ था। यहां सरकारी तंत्र ने चुनाव में भागीदारी के लिए भरकस प्रयास किए थे। तमाम रैलियां निकाली जागरुकता के लिए कैंपेन चलाए। लेकिन कैंट क्षेत्र के बूथ पर वोटिंग को बढ़ाने में सारी कोशिश नाकाम रहीं। यहां पिछले साल की तुलना में और कम मत पड़े ये चिंता का विषय है।
ओम बाजपेयी, जागरण मेरठ। कैंट विधानसभा क्षेत्र में वोटों के प्रतिशत में गिरावट चौंकाने वाली है। सरकारी तंत्र के जोरशोर से स्वीप अभियान चलाने के बावजूद वोटों के प्रतिशत में बढ़ोतरी न होने से दावों की पोल खुल गई है।
खास बात यह है कि जिन सीटों पर सबसे कम मतदान हुआ है वहां पर पिछले चुनावों में भी यही हाल था। लेकिन धरातल पर मतदान बढ़ाने का धरातल पर कोई प्रयास सार्थक नहीं रहा।
कैंट बोर्ड प्राथमिक विद्यालय बीसी बाजार के कक्ष संख्या चार बूथ संख्या 285 में इस बार आठ वोट पड़े हैं। प्रतिशत 5.41 रहा है। वर्ष 2019 में यहां पर 20 वोट पड़े थे। हालांकि तब इस बूथ पर कुल वोटों की संख्या 1024 थी। कैंट बोर्ड प्राथमिक विद्यालय में कुल 4129 वोट थे। 1409 वोट पड़े थे। वोट प्रतिशत 34 था। इस बार चारों बूथों पर कुल 3091 वोट थे। जिनमें कुल 1200 वोट पड़े हैं। इस बार वोट प्रतिशत 38 है।
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तोपखाना में भी कम वोटिंग का ट्रेंड
तोपखाना प्राथमिक स्कूल के कक्ष संख्या दो में इस बार 69 वोट पड़े हैं। कुल वोट 412 थे। पांच बूथों वाले मतदान केंद्र में कुल मतदाता 4497 थे। 1811 लोगों ने मतदान किया गया है। मतदान प्रतिशत 40.27 रहा है। 2019 में हुए चुनाव में भी कक्ष संख्या दो में केवल 22 वोट पड़े थे। इस मतदान कक्ष में 1107 वोट थे। कुल मतदाता 5548 थे और मतदान 1892 लोगों ने किया। 34 प्रतिशत मतदान हुआ था।