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Chunavi Kisse: जब बंगाल की इस सीट के सांसद बने भारत के राष्ट्रपति, फिर बेटे ने संभाली विरासत

Lok Sabha Election 2024 Special चुनावी इतिहास में पीछे मुड़कर देखें तो पश्चिम बंगाल की एक लोकसभा सीट ऐसी भी रही है जहां के सांसद भारत के राष्ट्रपति बने थे। उसके बाद इस सीट पर उनके बेटे ने उनकी विरासत संभाली लेकिन बाद में टीएमसी ने इस सीट पर कब्जा जमाया। पढ़ें पूरा किस्सा और सीट से जुड़ा रोचक इतिहास...

By Sachin Pandey Edited By: Sachin Pandey Published: Mon, 29 Apr 2024 05:58 PM (IST)Updated: Mon, 29 Apr 2024 05:58 PM (IST)
Chunavi Kisse: यह बंगाल की एकमात्र सीट है जहां के सांसद राष्ट्रपति बने हैं।

चुनाव डेस्क, सिलीगुड़ी। लोकसभा चुनाव 2024 के तृतीय चरण के तहत आगामी सात मई को बंगाल के अन्य तीन लोकसभा क्षेत्रों मालदा उत्तर, मालदा दक्षिण और मुर्शिदाबाद के साथ ही साथ मुर्शिदाबाद जिले के जंगीपुर लोकसभा क्षेत्र के लिए भी मतदान होने जा रहा है।

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यह जंगीपुर लोकसभा क्षेत्र पश्चिम बंगाल राज्य के 42 में लोकसभा क्षेत्रों में एक इकलौता ऐसा लोकसभा क्षेत्र है, जहां के सांसद भारत के राष्ट्रपति बने। इस क्षेत्र से लगातार दो बार, 2004 और 2009 में सांसद निर्वाचित हुए दिग्गज कांग्रेसी नेता प्रणव मुखर्जी देश के पहले बंगाली राष्ट्रपति हुए।

सांसद रहते हुए चुने गए राष्ट्रपति

जंगीपुर के सांसद रहते हुए ही वह 25 जुलाई 2012 को भारत के 13वें राष्ट्रपति चुने गए और 25 जुलाई 2027 तक भारत के राष्ट्रपति पद पर आसीन रहे। उनके राष्ट्रपति बन जाने के बाद 2012 में जब जंगीपुर लोकसभा सीट खाली हो गई तब उसी वर्ष 2012 में ही उपचुनाव हुआ। उसमें विजयी हो कर प्रणव मुखर्जी के ही पुत्र अभिजीत मुखर्जी जंगीपुर के सांसद बने।

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2019 में टीएमसी ने जमाया कब्जा

फिर, 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में भी जंगीपुर से अभिजीत मुखर्जी ही सांसद निर्वाचित हुए। मगर, 2019 में यह सीट तृणमूल कांग्रेस के खलीलुर्रहमान के हाथों में चली गई। वही इस बार 2024 के लोसभा चुनाव में भी यहां से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। वहीं, कांग्रेस की ओर से मुर्तजा हुसैन बोकुल और भाजपा की ओर से धनंजय घोष चुनावी मैदान में हैं।

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