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स्कॉलरशिप फर्जीवाड़ा प्रकरण में मेवाड़ यूनिवर्सिटी ब्लैक लिस्टेड

स्‍कॉलरशिप फर्जीवाड़ा मामले में समाज कल्याण निदेशालय ने मेवाड़ यूनिवर्सिटी को ब्‍लैक लिस्‍ट कर दिया है।

By gaurav kalaEdited By: Published: Wed, 03 Aug 2016 10:48 AM (IST)Updated: Thu, 04 Aug 2016 07:00 AM (IST)

हल्द्वानी, [जेएनएन]: उत्तराखंड के छात्रों के फर्जी नाम के सहारे स्कॉलरशिप हड़पने के मामले में मेवाड़ यूनिवर्सिटी पर गाज गिर गई है। शो-कॉज नोटिस के बदले मिले जवाब से असंतुष्ट समाज कल्याण निदेशालय ने यूनिवर्सिटी को ब्लैक लिस्टेड कर दिया है। इसके साथ ही मेवाड़ विश्वविद्यालय को उत्तराखंड से स्कॉलरशिप जारी करने पर प्रतिबंध लग गया है।
मेवाड़ यूनिवर्सिटी ने उत्तरकाशी के 28 छात्रों के फर्जी नाम से तीन लाख 64 हजार 400 रुपये वजीफा हड़पने की कोशिश की थी। इस मामले में दोषी पाए गए उत्तरकाशी में तैनात रहे समाज कल्याण अधिकारी मदन लाल को निलंबित किया जा चुका है।

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जांच में छात्रवृत्ति घोटाला उजागर होने के बाद समाज कल्याण निदेशालय ने विश्वविद्यालय प्रशासन को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। स्कॉलरशिप में गोलमाल का पर्दाफाश होने के बाद मेवाड़ यूनिवर्सिटी ने उत्तराखंड के वर्ष 2014-15 में पंजीकृत 435 और 2015-16 के 123 स्टूडेंट्स के नाम यह कहते हुए काट दिए कि इनकी उपस्थिति ही पूरी नहीं है।
वजीफा घोटाले को लेकर समाज कल्याण निदेशालय ने मेवाड़ विश्वविद्यालय प्रशासन को स्थिति स्पष्ट करने के लिए शो-कॉज नोटिस जारी किया था। इसके लिए पहले अप्रैल तक समय सीमा दी गई थी। बाद में इसे बढ़ाकर 19 जुलाई कर दिया गया था।
समाज कल्याण विभाग के निदेशक वीएस धानिक का कहना है कि यूनिवर्सिटी से मिला जवाब संतोषजनक नहीं है। इसलिए विश्वविद्यालय को ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है। अब इस यूनिवर्सिटी को स्कॉलरशिप देने के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है।

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