Move to Jagran APP

कमांडर्स कॉन्फ्रेंस पर कांग्रेस-भाजपा आमने सामने

भाजपा और कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कमांडर्स कॉन्फ्रेंस को लेकर एकदूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए हैं।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sun, 22 Jan 2017 10:45 AM (IST)Updated: Mon, 23 Jan 2017 06:35 AM (IST)
कमांडर्स कॉन्फ्रेंस पर कांग्रेस-भाजपा आमने सामने

देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कमांडर्स कॉन्फ्रेंस को लेकर भाजपा और कांग्रेस एकदूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए हैं। भाजपा ने निर्वाचन आयोग से कमांडर्स कॉन्फ्रेंस को हरी झंडी मिलने को कांग्रेस की नैतिक हार बताया और मुख्यमंत्री हरीश रावत और कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व से देश से माफी मांगने को कहा है। वहीं कांग्रेस ने कॉन्फ्रेंस को आचार संहिता का उल्लंघन करार देते हुए भाजपा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

loksabha election banner

शनिवार को जारी एक बयान में भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ देवेंद्र भसीन ने कहा कि मोदी फोबिया से ग्रस्त कांग्रेस ने कमांडर्स कॉन्फ्रेंस को राजनीतिक विवाद का रूप देकर शर्मनाक हरकत की। मुख्यमंत्री का दिल्ली में प्रेसवार्ता करना बताता है कि इसमें कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व भी शामिल था। उन्होंने कहा कि यह आयोजन विशुद्ध रूप से देश की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से घबराई कांग्रेस को लग रहा था कि इससे कांग्रेस का राज्य से सफाया हो जाएगा।

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड चुनाव 2017: बाकी छह सीटों पर भाजपा के प्रत्याशी घोषित

इसलिए इसका विरोध किया जा रहा था। कांग्रेस की इस हरकत से यह भी साफ हो गया कि राजनीति के लिए कांग्रेस देश हित को भी दांव पर लगा सकती है। डॉ. भसीन ने कहा कि कॉन्फ्रेंस में देश की सुरक्षा पर निर्णय लिए गए, उनका विधान सभा चुनाव से कोई सरोकार नहीं है।

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड चुनाव: भाजपा में बुझ नहीं रही बगावत की आग

उधर, कमांडर्स कॉन्फ्रेंस में शामिल होने दून पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए एयरपोर्ट पर भाजपा नेताओं के जमावड़े को कांग्रेस ने आचार संहिता का उल्लंघन करार दिया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कहा कि यह आचार संहिता और निवार्चन आयोग के निर्देशों की अवमानना है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी ने कहा कि इस मामले में भाजपा पर कार्रवाई की जानी चाहिए।

यह भी पढ़ें: पीएम मोदी के सामने रखा भविष्य की सुरक्षा का खाका

गौरतलब है कि उत्तरखंड में कमांडर्स कॉन्फ्रेंस विधानसभा चुनाव के दौरान रखे जाने का कांग्रेस ने विरोध करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त को एक ज्ञापन दिया था। उन्होंने कहा कि इस अनुरोध पर निर्वाचन आयोग ने केंद्र सरकार को निर्देश भी जारी किए थे। लेकिन, प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री ने निर्वाचन आयोग की भावना का सम्मान नहीं किया।

जोशी ने कहा कि जौलीग्रांट एयरपोर्ट और हेलीपैड पर भाजपा के नेताओं का जमावड़ा आरोप की पुष्टि करता है कि भाजपा ने आचार संहिता का उल्लंघन किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार रक्षा सेवाओं का स्वार्थ की पूर्ति के लिए राजनीतीकरण कर रही है। कांग्रेस इसकी घोर निन्दा करती है और आयोग से अनुरोध करती है कि भाजपा पर कानूनी कार्रवाई की जाए।

यह भी पढ़ें: संयुक्त कमांडर्स कॉन्फ्रेंस: देवभूमि से ही खीचेंगे देश की सुरक्षा का खाका

निर्देशों के अनुसार हुआ आयोजन

कमांडर्स कॉन्फ्रेंस को लेकर निर्वाचन आयोग के निर्देशों का पूरी तरह से पालन हुआ। मुख्य निर्वाचन अधिकारी राधा रतूड़ी ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने मीडिया ब्रीफिंग, घोषणाएं करने और सभा आदि करने की अनुमति नहीं दी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कमांडर्स कॉन्फ्रेंस के अलावा किसी आयोजन में हिस्सा नहीं लिया। इसलिए सभी कुछ सामान्य रहा।

उत्तराखंंड चुनाव से संबंधित खबरों केे लिए यहां क्लिक करेंं--


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.