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अमेरिकी फंडिंग रुकने से बढ़ सकती हैं पाकिस्तान की मुश्किलें

अमेरिकी रक्षा मंत्री को यह प्रमाणित करना होगा कि पाकिस्तान आतंकवादी कार्रवाई के रूप में किसी भी व्यक्ति को सैन्य या वित्तीय सहायता प्रदान नहीं कर रहा है।

By Srishti VermaEdited By: Published: Sat, 15 Jul 2017 12:19 PM (IST)Updated: Sat, 15 Jul 2017 12:21 PM (IST)
अमेरिकी फंडिंग रुकने से बढ़ सकती हैं पाकिस्तान की मुश्किलें
अमेरिकी फंडिंग रुकने से बढ़ सकती हैं पाकिस्तान की मुश्किलें

वाशिंगटन (एएनआई)। अमेरिकी कांग्रेस ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के नाम पर पाकिस्तान की अमेरिकी फंडिग पर रोक लगाकर पाकिस्तान के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है। अब, अमेरिकी रक्षा मंत्री को यह प्रमाणित करना होगा कि पाकिस्तान आतंकवादी कार्रवाई के रूप में किसी भी व्यक्ति को सैन्य या वित्तीय सहायता प्रदान नहीं कर रहा है।

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हालांकि, पाकिस्तान पर वर्तमान सीमाएं केवल आतंकवादी समूह हक्कानी नेटवर्क पर लागू होती हैं। लेकिन अमेरिकी कांग्रेस ने 2017 के लिए नए प्रतिबंध लागू किए जिसमें भारत के लिए सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया गया है। रिपब्लिकन कांग्रेसी टेड पो द्वारा पाक संशोधनों का प्रस्ताव दिया गया था, जिन्होंने ट्वीट किया था: "आज, कांग्रेस ने पाकिस्तान के साथ विश्वासघात को खत्म करने के लिए एक अतिरिक्त आवश्यक कदम उठाया।"

पो ने पाकिस्तान को बेनेडिक्ट अरनॉल्ड के एक सहयोगी के रूप में करार दिया, जो कई आतंकवादी संगठनों का समर्थन करता है। बेनेडिक्ट अरनॉल्ड एक अमेरिकन जनरल थे जो 18 वीं शताब्दी में ब्रिटिश सेना में शामिल हुए थे। पो, जो विदेश मामलों की समिति के सदस्य हैं, ने जनवरी में डेमोक्रेट कांग्रेस के अध्यक्ष रिक नोलन के साथ द्विपक्षीय विधेयक पेश किया था जिसमें पाकिस्तान की स्थिति को गैर-नाटो सहयोगी (एमएनएनए) करार दिया था , जिसे 2004 में अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने प्रदान किया था।

उन्होंने तर्क दिया था कि जब से पाकिस्तान आतंकवाद से लड़ने में असफल रहा है, तब से यह अमेरिका की आर्थिक और सैन्य सहायता पाने के योग्य नहीं है। उल्लेखनीय है कि अफगान जासूस एजेंसी के पूर्व प्रमुख रहमतुल्ला नबील के द्वारा खुफिया दस्तावेजों का खुलासा किया गया है, जिससे यह पता चलता है कि अमेरिकी सरकार द्वारा आतंकवाद से लड़ने के लिए पाकिस्तान को दिया जा रहा पैसा देश की खुफिया सेना एजेंसी, ISI द्वारा खर्च की जा रही है जो आतंकवाद को बढ़ावा देने का काम करता है।

दूसरी तरफ, अमेरिकी कांग्रेस ने पाकिस्तान से शकील अफरीदी को रिहा करने को कहा है जिन्होंने एबटाबाद में लादेन की उपस्थिति की पुष्टि की थी। अमेरिकी कांग्रेस ने कहा कि "डॉ. शाकिल अफरीदी एक अंतरराष्ट्रीय नायक हैं और पाकिस्तानी जेल से उन्हें तुरंत रिहा किया जाना चाहिए"।
 

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