पाक के पूर्व राजदूत ने माना कि संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा पाक
अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी ने पाकिस्तान के कई दावों की धज्जियां उड़ाते हुए कहा है कि भले ही पाक ये कहता रहे कि भारत की ओर से संघर्ष विराम का उल्लंघन हो रहा है, लेकिन सच्चाई यह नहीं है। क्योंकि सबूत बताते हैं कि पाकिस्तान लगातार

वाशिंगटन। अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी ने पाकिस्तान के कई दावों की धज्जियां उड़ाते हुए कहा है कि भले ही पाक ये कहता रहे कि भारत की ओर से संघर्ष विराम का उल्लंघन हो रहा है, लेकिन सच्चाई यह नहीं है। क्योंकि सबूत बताते हैं कि पाकिस्तान लगातार कश्मीर में संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कश्मीर को लेकर किए गए कई सवालों के जवाब बेहद बेबाकी से दिए हैं। उन्होंने दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार को पहली प्राथमिकता दी।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों को आपसी संबंध सुधारने चाहिए। हक्कानी का कहना था कि भारत को चाहिए कि वह कश्मीर के बाबत हो रही किसी की बातों को धैर्य से सुने चाहे वह सैयद अलीशाह गिलानी की हो या किसी ओर की। उन्होंने कहा कि संबंधों को और अधिक मजबूत करने के लिए भारत को चाहिए कि वह कश्मीरी नेताओं पर लगे प्रतिबंध को भी हटा दे जिससे बातचीत का माकूल माहौल तैयार किया जा सके। इसके अलावा उन्होंने पाकिस्तान को भी इस मुद़दे पर कटघरे में खड़ा किया है।
उन्होंने इंटरव्यू के दौरान कहा कि पाकिस्तान द्वारा कश्मीर के जिहादी ग्रुप को मदद की बात संयुक्त राष्ट्र ने भी स्वीकार की है। लेकिन बावजूद इसके पाकिस्तान में इन ग्रुपों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है, क्योंकि भारत इसके खिलाफ कोई सबूत नहीं दे सका है। जबकि पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ डोजियर सौंपे हैं। कश्ीमर के मुद्दे को बातचीत के जरिए सुलझाने की वकालत करते हुए उन्होंने कहा कि शिमला समझौते में इस बात को कहा गया है कि यह मुद्दा सिर्फ बातचीत से ही सुलझाया जा सकता है। इस बातचीत में उन्होंने माना कि पाकिस्तान को कारगिल और दूसरे युद्धों से कुछ हासिल नहीं हुआ है। लिहाजा बातचीत ही इसका आखिरी समाधान है।

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