सांप्रदायिक सौहार्द्र पर अल्पसंख्यकों को पीएम ने दिया पूरा भरोसा
अल्पसंख्यक वर्ग के नेताओं के प्रतिनिधिमंडल को प्रधानमंत्री ने आश्वस्त किया है कि उनकी समस्याओं का निदान किया जाएगा। खासतौर से मुस्लिम युवाओं की शिक्षा और उन्हें देश निर्माण से जोडऩे पर ध्यान होगा। वहीं प्रतिनिधिमंडल ने सांप्रदायिक सौहाद्र्र व शांति तथा राष्ट्रीय सुरक्षा में पूरे समुदाय की मदद का
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। अल्पसंख्यक वर्ग के नेताओं के प्रतिनिधिमंडल को प्रधानमंत्री ने आश्वस्त किया है कि उनकी समस्याओं का निदान किया जाएगा। खासतौर से मुस्लिम युवाओं की शिक्षा और उन्हें देश निर्माण से जोडऩे पर ध्यान होगा। वहीं प्रतिनिधिमंडल ने सांप्रदायिक सौहाद्र्र व शांति तथा राष्ट्रीय सुरक्षा में पूरे समुदाय की मदद का भरोसा दिया।
सोमवार को देश के विभिन्न हिस्सों से आए मुस्लिम नेताओं ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की। इसमें अजमेर शरीफ के सैयद सुल्तान-उल हसन चिश्ती, वाराणसी के शहर काजी हजरत गुलाम यासीन साहिब, दरगाह बरेलवी शरीफ तसलीम राजा साहिब समेत कई मुस्लिम नेता शामिल थे। सरकार गठन के बाद से मुस्लिम नेताओं का यह पहला बड़ा प्रतिनिधिमंडल था।
प्रतिनिधिमंडल ने मुस्लिम धार्मिक स्थलों की संपत्तियों के मुद्दों समेत अन्य कई समस्याएं रखीं और मदद मांगी। बताते हैैं कि प्रधानमंत्री ने हर मुद्दे को ध्यान से सुना और कहा कि वह चाहते हैैं कि अल्पसंख्यक वर्ग भी दूसरे वर्गों की गति के साथ आगे बढ़े। मुस्लिम युवा शिक्षित हों और देश निर्माण में योगदान दें।
मुस्लिमों का दिल नहीं जीत पाए मोदी : सादिक
अलीगढ़ [जासं]। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष मौलाना डॉ. कल्बे सादिक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुस्लिमों की नाराजगी दूर हो सकती थी, अगर वे गुजरात दंगों पर अफसोस जाहिर कर देते। लेकिन, वे न तो मुख्यमंत्री रहते मुस्लिमों का दिल जीत पाए और न ही प्रधानमंत्री बनने के बाद।
सोमवार को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में आयोजित 'मुसलमानों में बौद्धिक संकट! पारंपरिक समाधान पर पुनर्विचार' विषय पर आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में कल्बे सादिक ने पत्रकारों से कहा कि मोदी जी मुस्लिमों का दिल जीतने में नाकाम रहे। उन्होंने हाशिमपुरा कांड को देश के लिए कलंक बताया, लेकिन गुजरात पर ऐसा कुछ नहीं कहा। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि मोदी जी के लिए अच्छे दिन आए हैं, तभी तो 10 लाख का सूट पहनते हैं। इससे पहले सेमिनार में उन्होंने कहा कि इस्लाम की शिक्षा दुनिया को इंसानियत के लिए प्रेरित करती है। विद्वान कभी नहीं लड़ता, जबकि अशिक्षित हमेशा लड़ता रहेगा।
राशनकार्ड पर मुखिया पुरुष ही हो
कल्बे सादिक ने कहा कि सभी मजहब में पुरुष ही मुखिया होते हैं। मगर, सरकार ने एक फरमान जारी कर व्यवस्था को बेपटरी करने की कोशिश की है। महिलाओं को सम्मान देना अच्छी बात है, लेकिन राशनकार्ड पर पुरुष को ही मुखिया रहने दिया जाए।
अमेरिका ने मुस्लिम जगत पर किया कब्जा : वीसी
एएमयू कुलपति जमीरउद्दीन शाह ने कहा कि अमेरिका ने पूरे मुस्लिम जगत पर कब्जा कर लिया है। पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश डॉ. मुहम्मद अल गजाली ने कहा कि भारत और पाकिस्तान की जनता अमन चाहती है। दोनों मुल्कों को बातचीत का रास्ता निकालना चाहिए। मुसलमानों के बौद्धिक पतन का मूल कारण उनका नैतिक पतन है। आज पूरी दुनिया में मुस्लिम नेतृत्व बौद्धिक और नैतिक पतन से जूझ रहा है।
पढ़ें : पर्यावरण बचाने को पीएम ने लॉन्च किया हवा जांचने का इंडेक्स