पुश्त दर पुश्त कइयों के चले आ रहे स्विस बैंक में खाते
विदेश में काला धन जमा करने वाले 627 लोगों के नाम सुप्रीम कोर्ट में दिए जाने के बाद इस मामले में एसआइटी समेत विभिन्न एजेंसियों की ओर से की जा रही जांच में सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं।
नई दिल्ली। विदेश में काला धन जमा करने वाले 627 लोगों के नाम सुप्रीम कोर्ट में दिए जाने के बाद इस मामले में एसआइटी समेत विभिन्न एजेंसियों की ओर से की जा रही जांच में सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं। जांच से यह सच्चाई उजागर हुई है कि ज्यादातर खाताधारकों के स्विस बैंक में एकाउंट पुश्त दर पुश्त से चल रहे हैं।
खानदानी विरासत के चलते ये लोग इन बैंकों के खाताधारक बने हैं। पूर्व में बने कई ट्रस्टों और कंपनियों के खातों के मालिक भी पीढ़ी दर पीढ़ी अपने-आप बदलते रहे हैं। इस सच्चाई के मद्देनजर भारत ने काला धन जमा करने वालों के बारे में और जानकारी हासिल करने के लिए स्विट्जरलैंड सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है।
जांच के घेरे में सैकड़ों लोग व संस्थाएं
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सुप्रीम कोर्ट में सरकार की ओर से दिए गए 627 नामों समेत ऐसे सैकड़ों लोग और संस्थाएं हैं, जिनके खिलाफ एचएसबीसी बैंक की स्विस शाखा सहित अन्य विदेशी बैंकों में काला धन जमा करने के मामले में जांच चल रही है।
त्वरित जानकारी देने को राजी स्विट्जरलैंड
सूत्र यह भी बताते हैं कि सरकार के लगातार दबाव बनाए रखने के चलते अब स्विट्जरलैंड काला धन जमा करने वालों के बारे में समय से त्वरित जानकारी मुहैया कराने के लिए राजी हो गया है। उसने आश्वस्त किया है कि मांगी सूचनाओं का जवाब समयबद्ध तरीके से दिया जाएगा। यह भी कहा है कि अगर किसी मामले में स्विस अधिकारी जानकारी देने से इन्कार करते हैं तो उसका कारण बाकायदा स्पष्ट किया जाएगा।
गहराई से चल रही है जांच
यही कारण है कि भारतीय अधिकारी स्विस सरकार से संपर्क करने से पहले अपने स्तर पर गहराई से जांच करने में जुटे हैं ताकि जानकारी हासिल करने में किसी तकनीकी खामी के चलते कोई चूक न हो जाए। फ्रांस सरकार से एचएसबीसी में काला धन जमा करने वाले भारतीय खाताधारकों की सूची हासिल करने के अलावा भी जांच एजेंसियों ने अन्य स्रोतों से सूचनाएं जुटाने में कोई कोरकसर नहीं छोड़ी है। शायद इसका ही परिणाम है कि स्विस बैंकों में चल रहे खानदानी खातों के बारे में सच्चाई उजागर हो सकी।
सूत्रों ने हालांकि ऐसे खाताधारकों की संख्या नहीं बताई, जिनके कई पीढि़यों से विदेशी बैंकों में खाते चल रहे हैं। लेकिन वे इतना तो मानते हैं कि सरकार ने कुछ खास खाताधारकों के बारे में स्विट्जरलैंड सरकार से और जानकारी मांगी है। स्विस वित्त मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बर्न से फोन पर बताया कि दोनों देश के अधिकारी एक-दूसरे के लगातार संपर्क में हैं। कर संबंधी मामलों में दोनों देश दोहरे कराधान समझौते के तहत सूचनाएं साझा करते हैं।
काला धन जांच में एसआइटी को सहयोग करेगा मारीशस
पोर्ट लुई। मारीशस ने काला धन पता लगाने के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआइटी) को हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया है। उसने सोमवार को इस बारे में भारत सरकार को पूरी तरह से आश्वस्त किया। एफडीआइ और विदेशी संस्थागत निवेशकों के जरिये भारत में काला धन निवेश के लिए कुख्यात मारीशस के विदेश मंत्री अर्विन बुलेल ने अपने भारतीय समकक्ष सुषमा स्वराज से कहा कि उनका देश काला धन उजागर करने के लिए भारत में बने एसआइटी को पूरा सहयोग प्रदान करेगा। विदेश मंत्री स्वराज के साथ बैठक में बुलेल ने आश्वस्त किया कि मारीशस से जारी काला धन प्रवाह को रोकने के लिए उनका देश जरूरी कदम उठाएगा।
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