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जानें, क्या कर रहे थे किम जब हवाई में हुआ था मिसाइल अटैक का अलर्ट

यदि हवाई में दिया गया अलर्ट सही होता तो वहां के लोगों को अपने बचाव को महज 15 मिनट का समय ही मिलता। किम की मिसाइल महज 20 मिनट में वहां कहर बरपा सकती थी।

By Kamal VermaEdited By: Published: Sun, 14 Jan 2018 01:38 PM (IST)Updated: Mon, 15 Jan 2018 11:11 AM (IST)
जानें, क्या कर रहे थे किम जब हवाई में हुआ था मिसाइल अटैक का अलर्ट
जानें, क्या कर रहे थे किम जब हवाई में हुआ था मिसाइल अटैक का अलर्ट

नई दिल्‍ली [स्‍पेशल डेस्‍क]। हवाई में हुई एक गलती ने वहां के करीब 1.43 मिलियन लोगों की जान आफत में डाल दी। भले ही यह एक ह्यूमन ऐरर हो लेकिन इससे वहां के लोग 38 मिनट तक दहशत रहे। हवाई के लोगों को मिसाइल अटैक का पहला अलर्ट सुबह करीब 8:08 मिनट पर मिला था। इसके बाद हवाई के जयादातर लोगों ने उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन को जरूर याद किया होगा। इसकी वजह भी बेहद साफ है। सबसे बड़ी वजह तो ये ही है कि उत्तर कोरिया की मिसाइल की जद में अब हवाई द्वीप भी आता है। दूसरी बड़ी वजह ये भी है कि किम की तरफ से बार-बार यह बात की जाती रही है कि वह अमेरिका पर भी परमाणु हथियार से हमला कर उसको नष्‍ट कर सकता है। किम यह भी सार्वजनिक तौर पर कह चुके हैं कि उसकी मिसाइलों की जद में अब पूरा अमेरिका आता है। यह तमाम बयानबाजी उत्तर कोरिया की बढ़ती ताकत और अमेरिका की चिंता को दर्शाने के लिए काफी है। लेकिन क्‍या आप इस बात को जानते हैं कि यदि यह अलर्ट सच होता तो क्‍या होता। इसके अलावा एक दूसरा सवाल ये भी है कि जिस वकत हवाई में गलती से मिसाइल अटैक का अलर्ट लोगों के मोबाइल पर गया उस वक्‍त भला किम जोंग उन क्‍या कर रहे थे।

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बचाव के लिए मिलेंगे महज 15 मिनट

तो चलिए आपको पहले सवाल का जवाब दे देते हैं। अमेरिकी रक्षा विभाग के लेफ्टिनेंट कर्नल चार्ल्‍स एंथनी के मुताबिक यदि उत्तर कोरिया कोई इंटरकॉंटिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल हवाई की तरफ छोड़ता तो उसे हवाई तक पहुंचने में महज बीस मिनट का समय लगता। लेकिन हवाई के लोगों के पास अपने बचाव के लिए महज 15 मिनट ही होते। इसकी एक वजह ये है कि पेसिफिक कमांड द्वारा दुश्‍मन की मिसाइल की पहचान करने और जानकारी के लिए पांच मिनट का समय लगता। लिहाजा यहां के लोगों के पास महज 15 मिनट का ही समय मिलता खुद को बचाने के लिए।

अपने न्‍यूक्लियर प्रोग्राम की जानकारी ले रहे थे किम

अब आपको दूसरे अहम सवाल का जवाब भी दे दिया जाता है। किम को लेकर अमेरिकियों का डर बेवजह इसलिए भी नहीं है क्‍योंकि शनिवार को ही उत्तर कोरिया के प्रमुख ने स्‍टेट अकादमी ऑफ साइंस जो कि प्‍योंगयांग में स्थित है, का दौरा किया था। उत्तर कोरिया की समाचार एजेंसी ने इसकी जानकारी देते हुए किम की जिस फोटो को रिलीज किया है उसमें वह एक बोर्ड को देखते हुए दिखाई दे रहे हैं। माना जा रहा है कि इस बोर्ड में देश के नयूक्लियर प्रोग्राम की जानकारी है। इसके अलावा एजेंसी ने एक दूसरी फोटो को भी रिलीज किया है जिसमें किम अधिकारियों से बात करते हुए दिखाई दे रहे हैं। हालांकि यह फोटो कब का है इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।

उत्तर कोरिया का मिसाइल प्रोग्राम

उत्तर कोरिया ने पिछले साल अगस्‍त में जिस मिसाइल का टेस्‍ट किया था वह अमेरिका के गुआम तक को निशाना बनाने में सक्षम थी। गुआम अमेरिका के लिए काफी अहम द्वीप है। यह न सिर्फ रणनीतिक द्ष्टि से बल्कि सामरिक द्ष्टि से भी काफी अहम है। किम ने इस टेस्‍ट के बाद परमाणु मिसाइल को और उन्‍नत के अलावा अधिक दूरी की बनाने की बात कही थी। आपको बता दें कि जिस जगह शनिवार को गलती से मिसाइल अटैक की जानकारी देने का अलार्म बजा था वहां से गुआम की दूरी करीब 6370 किमी है। लेकिन उत्तर कोरिया से 3425 किमी है। वहीं हवाई की यदि बात करें तो इसकी दूरी प्‍योंगयांग से करीब 11035 किमी की है। इसके अलावा अमेरिका की मेनलैंड केलिफॉर्निया से हवाई की दूरी करीब 3976 किमी है। अमेरिका को हर वक्‍त इस बात का डर सताता रहता है कि कहीं किम न्‍यूक्लियर हमला करने की गलती न कर दे।

गवर्नर ने मांगी है माफी

मिसाइल अटैक के गलती से भेजे गए अलर्ट के बाद हवाई के गवर्नर डेविड वाई एज ने कहा है कि इससे लोगों को काफी आघात पहुंचा है, जिसके लिए वह काफी शर्मिंदा हैं। उन्‍होंने ये भी कहा कि ये लोगों के लिए बेहद बुरा एक्‍सपीरियंस था। हालांकि अधिकारियों ने इसको एक मानवीय भूल बताया है। अधिकारियों की मानें तो इमरजेंसी कमांड पोस्‍ट पर तीन दिन बाद शिफ्ट बदलती है। शिफ्ट बदलने के दौरान ही यह गलती हुई थी। अधिकारियों ने इस बात से भी साफ इंकार किया है कि सिस्टम को हैक कर गलत अलर्ट भेज दिया गया था। मिसाइलअटैक के अलर्ट में कहा गया था कि “BALLISTIC MISSILE THREAT INBOUND TO HAWAII. SEEK IMMEDIATE SHELTER. THIS IS NOT A DRILL.”

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