वेस्ट यूपी में आइएसआइ की सक्रियता के संकेत
पश्चिमी उत्तर प्रदेश से 23 पाकिस्तानी नागरिकों के गायब होने और बड़ी मात्रा में जाली करेंसी बरामद होने जैसी घटनाओं से शसन-प्रशासन की नींद उड़ गयी है। खास बात यह कि गायब पाकिस्तानियों के कुछ के रिश्तेदार भी लापता हैं। इनके तार पाक गुप्तचर एजेंसी आइएसआइ से जुड़े होने की आशंका हैं। इनकी सघन खोजबीन की जा रही है। खुफिय
लखनऊ। पश्चिमी उत्तर प्रदेश से 23 पाकिस्तानी नागरिकों के गायब होने और बड़ी मात्रा में जाली करेंसी बरामद होने जैसी घटनाओं से शसन-प्रशासन की नींद उड़ गयी है। खास बात यह कि गायब पाकिस्तानियों के कुछ के रिश्तेदार भी लापता हैं। इनके तार पाक गुप्तचर एजेंसी आइएसआइ से जुड़े होने की आशंका हैं। इनकी सघन खोजबीन की जा रही है। खुफिया एजेंसी की छानबीन के बाद मिले इनपुट से पश्चिमी यूपी अलर्ट है। इस बीच मेरठ के ब्रह्मपुरी क्षेत्र के नूरनगर से गिरफ्तार अख्तर हुसैन के कब्जे से 25 लाख रुपये जाली नोटों की बरामदगी से आतंकवाद निरोधक दस्ता एटीएस सतर्क हो गया हैं। एटीएस ने अख्तर हुसैन के आइएसआइ कनेक्शन की पड़ताल शुरू कर दी है।
एसटीएफ ने पकड़े थे कई आइएसआइ एजेंट
पिछले दिनों मेरठ एसटीएफ ने पाक जासूस आसिफ समेत आइएसआइ के लिए काम कर रहे कई एजेंटों को गिरफ्तार किया था। कई अहम खुलासे होने के बाद अब देश की शीर्ष खुफिया एजेंसी रॉ ने इनपुट दिया है कि मेरठ मंडल से 23 पाकिस्तानी नागरिक लापता हो गए हैं। इस इनपुट पर प्रदेश सरकार की तरफ से मिले आदेश पर पाक नागरिकों की तलाश की जा रही है। एक खुफिया अधिकारी के मुताबिक बुलंदशहर से तीन, मेरठ से आठ, हापुड़ से छह, गाजियाबाद से तीन, नोएडा से तीन पाकिस्तानी गायब हैं। बुलंदशहर डीएम निधि केसरवानी ने बताया कि बुलंदशहर आए तीन पाक नागरिकों की तलाश की जा रही है। खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक बुलंदशहर से दो पाकिस्तानी नागरिक गायब हैं। इनके रिश्तेदारों का भी पता नहीं है।
जाली नोटों की बरामदगी कर रही इशारा
मेरठ पुलिस द्वारा बड़ी मात्रा में नकली नोट बरामद होने को भी आइएसआइ की गतिविधियों से जोड़कर देखा जा रहा है। सोमवार को मेरठ में अख्तर हुसैन के पास से करीब 25 लाख रुपये जाली नोट बरामद किए थे। यह नोट पश्चिम बंगाल के माल्दा के एक व्यक्ति द्वारा किसी व्यक्ति को देने के लिए दिया गया था। अख्तर भी पश्चिम बंगाल के माल्दा के वैष्णव नगर क्षेत्र के भगवानपुर का निवासी है। यूपी पुलिस के एक प्रवक्ता बताया कि इस मामले में व्यापक छानबीन की जा रही है। जांच एजेंसियां यह पता करने में लगी हैं कि यह पैसा किस मकसद से भेजा गया और इसमें और कौन कौन लोग शामिल हैं। सूत्रों का कहना है कि आइएसआइ ने यह खेप भेजी है। आइएसआइ पश्चिमी उत्तर प्रदेश का माहौल खराब करने के लिए पैसों का प्रबंध कर रही है। इसीलिए भारतीय जाली मुद्रा की बड़ी खेप के साथ अख्तर को मेरठ भेजा गया। अब पड़ताल का विषय है कि मेरठ में आखिर यह खेप किसके पास आयी थी। गणेश का कहना है कि छानबीन चल रही है।