दुनिया में शांति दूत की भूमिका निभा रहा भारत: प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि हमने दुनिया में हमेशा शांति दूत की भूमिका निभाई है।
जागरण ब्यूरो, [ संजय मिश्र ] नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक शांति प्रयासों में भारत की अहम भूमिका का जिक्र करते हुए कहा है कि हमने दुनिया में हमेशा शांति दूत की भूमिका निभाई है। संयुक्त राष्ट्र के वैश्विक शांति प्रयास के अभियानों में भारत के योगदानों की मिसाल देते हुए पीएम ने कहा कि विश्व में शांति और सौहार्द स्थापित करने के लिए अभी भी 7 हजार से अधिक भारतीय सैनिक संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के आपरेशन में लगे हुए हैं। मोदी ने रेडिया पर 'मन की बात' करते हुए विश्व शांति में भारत के बढ़ रोल के सहारे विश्व समुदाय को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार के साथ भारत की मजबूत दावेदारी की अब अनदेखी नहीं किए जाने का परोक्ष संदेश दिया। प्रधानमंत्री ने मन की बात के रेडियो पर अपने मासिक संबोधन की शुरूआत तो छठ महापर्व की पवित्रता का जिक्र करते हुए की। मगर इसके बाद जवानों के साथ दिवाली मनाने के अनुभव पर पूछे गए सवाल पर पीएम ने संयुक्त राष्ट्र के शांति प्रयासों में हमारे जवानों के योगदान की भूरि-भूरि सराहना की।
इसी हफ्ते बीते संयुक्त राष्ट्र दिवस का जिक्र कर उन्होंने इस विश्व संस्था के अब तक के इतिहास में भारत की शांति अभियानों में बेमिसाल भूमिकाओं का उल्लेख किया। इन शांति अभियानों में कई भारतीय सैनिकों के बलिदानों का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि हमारे जवान न केवल हमारी सीमा पर बल्कि दुनिया में शांति दूत बनकर देश का नाम रौशन कर रहे हैं। यह उल्लेख करना मुनासिब होगा कि बीते कई सालों से भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थाई सदस्यता के लिए जोरदार कोशिश कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के अब तक 71 आपरेशन में करीब 50 आपरेशन में भारत के सैनिक अहम भूमिका निभा चुके हैं। इन आपरेशनों में करीब 18 हजार से अधिक भारतीय जवानों ने शिरकत की है और अभी भी 7 हजार हमारे सैनिक संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में लगे हैं।
पीएम ने कहा कि भारत शांति दूत के रुप में हमेशा विश्व में शांति, एकता और सद्भावना का संदेश देता रहा है और हमारा विश्वास है कि हम एक बेहतर और शांतिपूर्ण कल के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ेंगे। पीएम ने मन की बात कार्यक्रम का जनमानस से अटूट रिश्ता बनने का उल्लेख करते हुए खादी अपनाने के उनके सुझावों पर दिखाए उत्साह का जिक्र किया। धनतेरस के मौके पर दिल्ली के खादी ग्रामीण उद्योग स्टोर में एक दिन में १ करोड 20 लाख रुपए की बिक्री हुई। मोदी ने कहा कि खादी फॉर नेशन और खादी फॉर फैशन के बाद अब खादी फॉर ट्रांसफॉरमेशन की जगह ले रहा है। पीएम ने मन की बात में देश के सामाजिक सांस्कृति विविधता के पहलूओं के साथ समाज में मिसाल कायम करने वाली हस्तियों का जिक्र करने का सिलसिला भी जारी रखा। इस क्रम में पीएम ने सिस्टर निवेदिता के अमूल्य योगदानों के साथ गुरू पूर्व के मद्देनजर गुरुनानक देव के अमूल्य योगदानों का उल्लेख भी किया। इसी तरह बच्चों में बढ़ती डायबीटिज को लेकर जाहिर की गई डा पार्थ शाह की चिंता का जवाब देने के क्रम में बच्चों का बाल दिवस की शुभकामना देते हुए देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का नाम लिया। बच्चों को मधुमेह से बचाने के लिए योग और सहज जीवन पद्धति का सहारा लेने की भी उन्होंने सलाह दी।
इसी तरह 31 अक्टूबर को सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती का जिक्र करने के दौरान मोदी ने पूर्व पीएम इंदिरा गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि इसी दिन वे दुनिया छोड़ करके चली गई। पीएम ने सरदार पटेल के देश को एकता के सूत्र में पिरोने के लिए किए गए प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने सुनिश्चित किया कि करोड़ों भारत वासियों को 'एक राष्ट्र और एक संविधान' की छत्रछाया में लाया जाए।
मोदी के अनुसार देश को एक करने का कार्य केवल पटेल ही कर सकते थे। पीएम ने कहा कि पटेल का यह कथन हमेशा प्रेरणा देने वाली है कि ' जाति और पंथ का कोई भेद हमें रोक न सके, सभी भारत के बेटे और बेटियां हैं, हम सभी को अपने देश से प्यार करना चाहिए और पारस्परिक प्रेम और सद्भावना पर अपनी नियति का निर्माण करना चाहिए।' पीएम ने कहा कि सरदार साहब का कथन आज भी हमारे न्यू इंडिया के विजन के लिए प्रेरक और प्रासंगिक है। पटेल जयंती पर एकता दौड़ में शामिल होने का भी पीएम ने लोगों से आग्रह किया।मन की बात में पीएम ने फीफा अंडर 17 विश्व के सफल आयोजन और भारतीय टीम के जज्बे की तारीफ की। साथ ही एशिया कप हॉकी में भारत की जीत के साथ इंडोनेशिया ओपन जीतने के लिए बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत को भी बधाई दी।