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अफगानिस्तान में भारतीय दूतावास पर हमले के पीछे लश्कर

अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में भारतीय वाणिज्यिक दूतावास पर हुए हमले में लश्कर-ए-तैयबा का हाथ है। ये खुलासा किया है अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई ने। हामिद करजई ने दिल्ली में एक निजी न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान ये बातें कहीं।

By Edited By: Published: Tue, 27 May 2014 11:52 AM (IST)Updated: Wed, 28 May 2014 06:54 AM (IST)

नई दिल्ली। अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में भारतीय वाणिज्यिक दूतावास पर हुए हमले में लश्कर-ए-तैयबा का हाथ है। ये खुलासा किया है अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई ने। हामिद करजई ने दिल्ली में एक निजी न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान ये बातें कहीं।

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भारत के 15वें प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई भी शामिल हुए। मंगलवार को हैदराबाद हाउस में एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान उन्होंने ये खुलासा किया कि इस हमले में लश्कर का हाथ है। उन्होंने बताया कि हमले के बाद अफगानिस्तानी सरकार को लश्कर की ओर से एक खत मिला। इस खत के जरिए आतंकी संगठन ने हेरात में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली।

गौरतलब है कि शुक्रवार को अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में भारतीय वाणिज्यिक दूतावास पर हमला हुआ था। इस हमले में किसी के भी हताहत होने की खबर नहीं मिली थी। वहीं हमले में शामिल चारों आतंकियों को इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस और अफगानी सैनिकों ने मार गिराया था।

पढ़ें: हेरात पर हमला

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