हिंदू लड़की को पाने के लिए करना चाहता था अफीम की खेती और प्लास्टिक सर्जरी
आतंकी संगठन आईएस से संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तार आशिक अहमद नाम के युवक ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
नई दिल्ली। आतंकी सगठन आईएसआईएस से संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तार किए गए एक 19 वर्षीय मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र ने खुलासा किया है कि वह अफगानिस्तान जाकर अफीम की खेती करना चाहता था ताकि वह पैसे कमाकर अपनी प्लास्टिक सर्जरी करवा सके और उस लड़की को पा सके जिससे वह प्यार करता है। आईएस से संबंध रखने के आरोप में दिसंबर 2015 में एनआईए द्वारा गिरफ्तार किए गए आशिक अहमद नाम के युवक ने जांच एजेंसियों के सामने कई खुलासे किए।
पढ़ें: 'JNU-कन्हैया विवाद का फायदा उठाकर देश में हिंसा भड़काना चाहता था IS'
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, पश्चिम बंगाल के हुगली निवासी आशिक ने अपने कबूलनामे में कहा है, "जब में 11वीं और 12वीं में पढ़ता था तो मेरा एक लड़की के साथ अफेयर था। मैं उसे दिल से चाहता था और मैंने उस प्रपोज किया। मेरा एक दोस्त भी उसी लड़की को चाहता था जिस कारण मेरे अपने दोस्त से लड़ाई भी हुई थी। इसके बाद मेरे दोस्त ने इस बारे में लड़की के परिवार को बता दिया, और उसके पिताजी स्कूल आ गए और हंगामा खड़ा कर दिया। इसके बाद लड़की ने रिश्ता तोड़ दिया। उसने मुझे बताया कि वह उसके धर्म के साथ नहीं रह सकती। उसके बाद मेरे दिमाग में प्लास्टिक सर्जरी, नाम बदलने और धर्म बदलने का ख्याल आया ताकि मैं उस लड़की को पा सकूं। इसलिए मैंने निर्णय लिया कि मैं अफगानिस्तान जाऊंगा और वहां अफीम की खेती कर पैसा कमाऊंगा।"
पढ़ें: जानिए, कैसे आर्मी का एक कुत्ता पड़ा आईएस के 50 आतंकियों पर भारी
आशिक ने बताया, " मैं ईरानी दरगाह के पास एक मेले में गया और ईमाम मेंहदी की एक किताब खरीद ली। इस किताब में कहा गया है कि वह अफगानिस्तान और खुरासान से आया होगा। इसमें कहा गया था कि वह एक प्रमुख खलीफा बनकर अन्याय को खत्म कर सकता है। उसके बाद मैंने अफगानिस्तान और खुरासान के बारे में और अधिक जानकारी जुटानी शुरू कर दी और इसी दौरान मैंने मसूद अजहर (जैश-ए-मोहम्मद का सरगना) का भाषण भी सुना। मैंने फेसबुक पर आशिक पठान नाम से एक और आईडी बनाई और अफगानिस्तान के एक शख्स को अपनी फ्रेडलिस्ट में शामिल कर उसके साथ चैट करनी शुरू कर दी। उसने मुझे बताया कि पाकिस्तान और ईरान को अफगानिस्तान अपना दुश्मन मानता है।"
पढ़ें: आतंकी संगठन आइएस ने सात वर्षीय बच्चे को दिया मृत्युदंड
आशिक ने आगे बताया, "मैंने मुजाहिद इस्लाम के नाम से मार्च 2015 में एक और फेसबुक आईडी बनाई और फिर मैं यूपी के मोहम्मद जाहिद के संपर्क में आया। जाहिद ने कहा कि मुसलवानों पर अत्याचार किया जा रहा है, हम सबको एक होकर जिहाद छोड़ना होगा।" आशिक ने बताया कि वह‘ट्रिलियन’ नाम का एक सोशल ऐप इस्तेमाल करता था। इसके अलावा आशिक का शरीक अहमद के साथ भी संपर्क था जो कर्नाटक का था और जिसे आईएस का स्थानीय हैंडलर माना जाता है। आशिक की इन सभी गतिविधियों पर सुरक्षा एजेंसियों की नजर थी और अंत में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।