विजय माल्या जानबूझकर कर्ज न चुकाने वाले घोषित
यूनाइटेड बैंक आफ इंडिया (यूबीआई) ने किंगफिशर एयरलाइन्स और इसके प्रवर्तक विजय माल्या को जानबूझकर ऋण न चुकाने वाला घोषित किया है और वह इस मामले में इस तरह की घोषणा करने वाला पहला बैंक है। बैंक के कार्यकारी निदेशक दीपक नारंग ने कहा कि हमने विजय माल्या और किंगफिशर एयरलाइन्स के तीन अन्य निदेशकों
नई दिल्ली। यूनाइटेड बैंक आफ इंडिया (यूबीआई) ने किंगफिशर एयरलाइन्स और इसके प्रवर्तक विजय माल्या को जानबूझकर ऋण न चुकाने वाला घोषित किया है और वह इस मामले में इस तरह की घोषणा करने वाला पहला बैंक है।
बैंक के कार्यकारी निदेशक दीपक नारंग ने कहा कि हमने विजय माल्या और किंगफिशर एयरलाइन्स के तीन अन्य निदेशकों को जानबूझकर ऋण न चुकाने वाला घोषित किया है। बैंक की शिकायत निपटान समिति (जीआरसी) के इस फैसले में कंपनी के निदेशक रवि नेदुगड़ी, अनिल कुमार गांगुली और सुभाष गुप्ते का नाम है।
इस घोषणा के बाद ये लोग और यह कंपनी भविष्य में बैंक से ऋण के पात्र नहीं होंगे। उन्हें निदेशक के पद से भी हाथ धोना पड़ेगा। जरूरत पड़ने पर इनके खिलाफ आपराधिक मामला भी दर्ज किया जा सकता है। नारंग ने कहा कि जीआरसी के इस निर्णय से वित्त मंत्रालय, भारतीय रिजर्व बैंक और सेबी को अवगत कराया जाएगा ताकि वे इस सूचना पर आगे कोई भी उचित कार्रवाई कर सकें। कोलकता उच्च न्यायालय की एक खंड पीठ ने इस बैंक को पिछले सप्ताह इस मामले में इस कंपनी और इसके जिम्मेदार व्यक्तियों को ऋण जानबूझ कर न चुकाने वाला घोषित करने की प्रक्रिया शुरू करने की छूट दे दी थी। उसके बाद बैंक की जीआरसी की आज बैठक हुई।
जीआरसी ने इससे पहले निदेशकों को पेश होने के लिए कहा था लेकिन वे नहीं आए। बदले में उन्होंने अपने वकील के जरिए एक पत्र भेजा कि उन्होंने उच्चतम न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की है और उस पर फैसला न होने तक यह बैंक इस संबंध में आगे कार्रवाई नहीं कर सकता है।