स्पेक्ट्रम नीलामी: 44600 करोड़ रुपये की बोली, दिल्ली-मुंबई में कीमत बढ़ी
2जी स्पेक्ट्रम के लिए टेलीकॉम कंपनियों में जंग तेज हो गई है। नीलामी में इस बार कंपनियां बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं। उनके बेहतर रिस्पॉन्स का ही नतीजा ...और पढ़ें

नई दिल्ली। 2जी स्पेक्ट्रम के लिए टेलीकॉम कंपनियों में जंग तेज हो गई है। नीलामी में इस बार कंपनियां बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं। उनके बेहतर रिस्पॉन्स का ही नतीजा है कि नीलामी के दूसरे ही दिन सरकार को 44,600 करोड़ रुपये से ज्यादा की बोलियां मिल चुकी हैं। देश के सभी 22 सर्किलों के लिए नीलामी के 14 राउंड समाप्त हो चुके हैं।
सूत्रों के मुताबिक नीलामी में 900 मेगाहर्ट्ज बैंड के स्पेक्ट्रम के लिए दिल्ली और मुंबई में भारी मांग देखने को मिल रही है। वहीं, 1800 मेगाहर्ट्ज के लिए महाराष्ट्र, गुजरात, असम और उत्तर प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा बोलियां लगाई जा रही है।
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कंपनियों के उत्साह को देखते हुए सरकार को इसकी बोली रिकॉर्ड स्तर पर जाने की उम्मीद है। इससे सरकारी खजाने में भी ज्यादा राजस्व आने की संभावना बढ़ गई है। यहां एक कार्यक्रम में ट्राई चेयरमैन राहुल खुल्लर ने कहा कि मजबूत मांग से यह पता चलता है कि स्पेक्ट्रम की कीमत काफी वाजिब है। स्पेक्ट्रम के रिजर्व प्राइस को लेकर ट्राई और दूरसंचार विभाग (डॉट) आमने सामने थे।
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ट्राई चाहता था कि कीमत घटाई जाए, जबकि डॉट इसे बढ़ाने के पक्ष में था। इस विवाद के बाद दूरसंचार आयोग ने दखल दिया और बीच की कीमत तय की। टेलीकॉम मंत्री कपिल सिब्बल ने मंगलवार को बताया कि नीलामी के पहले ही दिन सोमवार को सरकार को करीब 40 हजार करोड़ रुपये की बोलियां मिली थी। नीलामी में आठ कंपनियों के शामिल होने से 900 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम में प्रतिस्पर्धा बहुत ज्यादा है। इसमें कम निवेश की जरूरत के चलते कंपनियों का रुझान इसकी ओर ज्यादा है। मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो के आने से इस बैंड के लिए ऊंची बोलियां मिलने की उम्मीद है।
स्पेक्ट्रम नीलामी: सभी सर्किलों में मिले आवेदन
दिल्ली, मुंबई और कोलकाता सर्किल में ये स्पेक्ट्रम एयरटेल, वोडाफोन और लूप मोबाइल के पास हैं। इनका लाइसेंस इसी साल नवंबर में समाप्त हो रहा है। दिल्ली और कोलकाता में जहां एयरटेल इसे बचाने की जद्दोजहद कर रही है। वहीं, दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में वोडाफोन इसे बरकरार रखने के लिए ज्यादा बोली लगा रही है। रिलायंस जियो इन दोनों से इसे पाने की होड़ कर रही है। लूप नीलामी में हिस्सा नहीं ले रही है।

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