स्टील उत्पादन में जापान से आगे निकलेगा भारत
स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड के उपक्रमों को आधुनिक बनाने के लिए लगभग 62,000 करोड़ रुपये की परियोजना पर काम चल रहा था। ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, बोकारो भारत जल्द ही जापान को पीछे छोड़कर दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टील उत्पादक देश बन जाएगा। केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी वीरेंद्र ¨सह ने यहां पत्रकारों के बीच यह बात कही। फिलहाल स्टील उत्पादन में हमारा तीसरा स्थान है। चीन पहले और जापान दूसरे नंबर पर है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के उपक्रमों को आधुनिक बनाने के लिए लगभग 62,000 करोड़ रुपये की परियोजना पर काम चल रहा था। इनमें बोकारो और भिलाई को छोड़कर सभी प्लांटों में काम पूरा कर लिया गया। इसी कड़ी में बोकारो के सीआरएम (कोल रोलिंग मशीन) से उत्पादन शुरू हो रहा है। इस संयंत्र के कारण मुनाफा बढ़ेगा। फिलहाल सेल सालाना 11.6 करोड़ टन स्टील का उत्पादन कर रही है। वर्ष 2020 तक कंपनी के इस उत्पादन को 15 करोड़ टन और 2025 तक 20 करोड़ टन तक पहुंचाया जाएगा।
स्क्रैप आधारित प्लांट लगेगा
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद 15 वर्ष से अधिक पुरानी डीजल गाडि़यों को सड़क से हटाया जाना है। इससे आने वाले समय में बोकारो में स्क्रैप का बड़ा बाजार होगा। इसकी तैयारी सेल ने अभी से ही शुरू कर दी है। कंपनी ने म¨हद्रा एंड महिंद्रा के साथ करार किया है। कंपनी उत्तर भारत में सेल के साथ मिलकर स्क्रैप से स्टील का उत्पादन करेगी। यह प्लांट जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश जैसे उत्तर भारत के किसी राज्य में लगेगा। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि सेल व ऑर्सेलर-मित्तल के बीच करार हुआ है। जल्द ही दोनों का संयुक्त उद्यम स्थापित होगा।
स्टील की खपत को बढ़ाने के लिए रेलवे से बात हो रही है। रेलवे पुल के निर्माण में अब कंक्रीट के बजाय स्टील का इस्तेमाल होगा। बोकारो के कर्मचारियों को बोनस देने के सवाल पर मंत्री ने कहा कि यह कंपनी के स्तर की बात है। बोनस मुनाफे पर मिलता है। लाभ होने पर बोनस दिया जाएगा।

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