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बेटी के जन्म पर शगुन देंगी महंत जीनत

बच्‍चा होने की भनक लगते ही बधाई गीत के साथ शगुन मांगने के ल‍िए पहुंचने वाले ह‍िजड़ा समुदाय की एक महंत ने नई पहल शुरू की है। यह महंत क‍िसी के घर बेटी होने पर खुद शगुन देगी।

By Edited By: Published: Sun, 14 Aug 2016 01:03 AM (IST)Updated: Sun, 14 Aug 2016 11:04 AM (IST)

गगरेट [जेएनएन] : किसी के घर में बच्चा होने पर बधाई गीत गाकर एक बड़ा शगुन लेने वाले हिजड़ा समुदाय की एक महंत अब किसी के घर बेटी होने पर बधाई गीत गाकर शगुन लेगी नहीं बल्कि खुद शगुन देगी। हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना के गगरेट के हिजड़ा समुदाय की महंत जीनत शिशु लिंग अनुपात के मामले में बेहद शर्मनाक स्थिति का सामना कर रहे जिला ऊना में बेटियों को बचाने के लिए यह अलख जगाएंगी।

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'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान को सफल बनाकर जिले में शिशु लिंग अनुपात को सम्मानजनक स्थिति लाने में जुटी महंत जीनत अब बेटी के जन्म पर स्वयं बधाई देने जाएंगी और बेटी के परिजनो को शगुन भी देंगी। वह कमजोर वर्ग की बेटियो की शिक्षा का सारा खर्च भी वहन करेंगी। जनहित युवा क्लब गगरेट के सहयोग से पंचायत अपर गगरेट में आयोजित बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम में महंत जीनत से यह ऐलान किया है।

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ऊना जिला में शिशु लिंग अनुपात एक हजार लड़को के मुकाबले 875 लड़कियां थी तो जिला को देश के उन 100 जिलों में शामिल किया गया जहां शिशु लिंग अनुपात की दर चिंताजनक थी। हालांकि इसके बाद जिला प्रशासन द्वारा चलाए गए जागरूकता अभियानों के सकारात्मक परिणाम सामने आए और लिंग अनुपात में थोड़ा सुधार हुआ। लेकिन अभी भी लिंग अनुपात की दर बराबर होना तो दूर की बात बल्कि नजदीक भी नही पहुंची है, लेकिन जिस प्रकार हिजड़ा समुदाय की महंत जीनत ने बेटियों को बचाने का बीड़ा उठाया है उसे एक सुखद अनुभूति के रूप में देखा जा सकता है। बेशक हिजड़ा समुदाय का भरण-पोषण बेटे के जन्म से संबंधित है, लेकिन महंत जीनत द्वारा बेटियों को बचाने के लिए जो संदेश दिया जा रहा है उससे साफ है कि पुरुष प्रधान समाज की सोच में कहीं न कहीं महिलाओं को भी सम्मान की नजर से देखा जाने लगा है।

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अपर गगरेट में आयोजित बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम में महंत जीनत ने कहा कि बेटा और बेटी में फर्क करना अब पुराने जमाने की सोच हो गई है। आज बेटियां भी मां-बाप के लिए सम्मान का पात्र बन रही हैं। शिशु लिंग अनुपात के मामले में जिला ऊना की शर्मनाक स्थिति की बात सुनकर ही सिर शर्म से झुक जाता है। उन्होंने कहा कि पंचायत अपर गगरेट में बेटी के जन्म पर वह स्वयं बेटी के घर शगुन देने जाया करेंगी। उन बेटियों की पढ़ाई का सारा खर्च भी उठाएंगी जिनके मां-बाप उन्हें पढ़ाने का साम‌र्थ्य नही रखते। इस दौरान उन्होंने एमए करने की इच्छा रखने वाली वार्ड पांच की एक बेटी की पढ़ाई का खर्च उठाने का भरोसा दिलाया। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ पर आयोजित भाषण प्रतियोगिता में भाग लेने वाली लड़कियों को भी सम्मानित किया। उन्होंने वार्ड पांच के लिए चार स्ट्रीट लाइट देने की भी घोषणा की।

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