किस सीन से भला क्यों लगती है मिर्चीः सुशांत सिंह राजपूत
मुंबई। बिहार की राजधानी पटना से ताल्लुक रखने वाले बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत ने बेबाक बयान दिया है कि हिन्दी फिल्मों में किसिंग सीन से इतना हंगामा क्यों हो जाता है। उन्होंन कहा, 'पूरी दुनिया की फिल्में यर्थाथवादी बनती जा रही है। वहां सेक्स को फिल्माना बेहद सामान्य है।
मुंबई। बिहार की राजधानी पटना से ताल्लुक रखने वाले बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत ने बेबाक बयान दिया है कि हिन्दी फिल्मों में किसिंग सीन से इतना हंगामा क्यों हो जाता है? उन्होंने कहा, 'जब दुनियाभर की फिल्में यर्थाथवादी बनती जा रही है और सेक्स को फिल्माना बेहद सामान्य बात है। तो पूरी दुनिया आगे की तरफ जा रही है, वहीं हम पीछे की तरफ बढ़ते दिखते हैं।'
सुशांत ने कहा कि फिल्म में भला एक सहज किसिंग सीन होने से क्या फर्क पड़ता है और इसका विरोध करना बेवकूफी की इंतेहा है। सुशांत अपनी आने वाली फिल्म 'डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी' में एक्ट्रेस स्वास्तिका मुखर्जी के साथ एक जोरदार किसिंग सीन में नजर आने वाले हैं।
मीडिया से बात करते हुए सुशांत ने बताया कि इस सीन के बारे में निर्देशक दिबाकर बनर्जी ने उन्हें बताया नहीं था। सीन के मुताबिक हीरोइन को एकाएक हीरो को चूमना था। इसलिए दिबाकर चाहते थे कि यह सीन बिल्कुल असली लगे। इसलिए जब सेट पर स्वास्तिका ने सुशांत को एकाएक जोर से चूम लिया तो सुशांत हक्के-बक्के रह गए। इस सीन को देखकर दिबाकर काफी खुश हुए क्योंकि जैसा रिएक्शन वो सीन में चाहते थे, वो परफेक्शन से शूट कर लिया गया। हालांकि बाद में दिबाकर ने इस सीन के आधे दर्जन रीटेक और फिल्माए।
जब पत्रकारों मे सुशांत से उनकी गर्लफ्रेंड अंकिता लोखंडे के बारे में पूछा कि क्या इस सीन से वो नाराज नहीं होगी। तो सुशांत का कहना था कि स्वास्तिका के साथ सात बार किस करने के बाद उन्होंने अंकिता को फोन कर सारी बात बताई थी और यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं है।
सुशांत सिंह ने यह भी कहा कि जब वो स्वास्तिका को किस कर रहे थे तो उन्हें अंकिता की ही याद आ रही थी। दो साल पहले जब सुशांत ने 'शुद्ध देशी रोमांस' में परिणिति चोपड़ा और वाणी कपूर के साथ 25 किसिंग सीन किया था, तो ऐसी खबरें उड़ी थी कि अंकिता थोड़ी नाराज हो गई है। लेकिन सुशांत ने इसे बेतुका करार दिया था।
किसी हिन्दी फिल्म में जब भी किसिंग के सीन होते हैं तो उसकी चर्चा होने लगती है। शायद यही कारण है कि निर्माता अपनी फिल्मों को चर्चा में लाने के लिए भी जबरदस्ती किसिंग सीन डाल देते है। लेकिन कई बार किसिंग सीन कहानी का अभिन्न हिस्सा होता है। क्योंकि फिल्म को प्रभावी बनाने के लिए मानवीय रिश्तों के हर पहलू को फिल्माना जरुरी होता है।
फिलहाल 'ब्योमकेश बक्शी' के अलावा रणवीर कपूर और अनुष्का शर्मा की फिल्म 'बॉम्बे वेलवेट' के सात किसिंग सीन भी चर्चा में है, जिसे भारतीय सेंसर बोर्ड निकलवाने के चक्कर में है। जाहिर है कि सेंसर बोर्ड के रुढ़िवादी रवैये ने इस सवाल को मौजूं बना दिया है कि किसिंग जैसी 'घर-घर की कहानी' को फिल्म में दिखाने में भला क्या आपत्ति होनी चाहिए। यह तो एक सहज मानवीय प्रवृत्ति है और फिल्मों में मानवीय संवेदनाओं का ही तो चित्रण किया जाता है।
करण जौहर की आनेवाली फिल्म 'अजीब दास्तां है ये' में वैकल्पिक सेक्स संबंधों को दिखाया गया है। इस फिल्म में एक्टर रणदीप हूडा के साथ फिल्म के दूसरे एक्टर सकीब सलीम का किस सीन फिल्माया गया है। यह देखना रोचक होगा हाल के दिनों में रूढ़िवादी बने भारतीय सेंसर बोर्ड का इस फिल्म के प्रति क्या रवैया होता है।
एक्टर सकीब सलीम कहते हैं, 'फिल्में हमारे समाज का आईना होती है। जो समाज में है, वही फिल्मों में है। अगर दो लोगों के बीच प्यार है तो कोई मानसिक रुप से दिवालिया व्यक्ति ही उम्मीद कर सकता है कि दोनों किस नहीं करते होंगे।'
सकीब ने कहा कि जब आप सिनेमा के पर्दे पर प्रेम कहानी दिखाते हैं तो उसे ईमानदारी से दिखाइए ना। यह फिल्ममेकर की जिम्मेवारी है कि वह अपने दर्शकों को सही तस्वीर दिखाए। यह पहली बार होगा कि मुख्य धारा की हिन्दी फिल्म में दो मर्दों के बीच किस करते हुए दिखाया जाएगा। सकीब कहते हैं कि यह कहानी की मांग थी कि हम 'वैकल्पिक कामुकता' को उसकी परिपूर्णता के साथ दर्शकों के सामने रखें।
हालांकि बॉलीवुड के कई लोग बार-बार जोर देकर कहते हैं कि फिल्मों में यौन संबंध के दृश्य फिल्माया जाना कोई मुद्दा नहीं है और हमारा समाज इसे बिल्कुल सहजता से लेता है। लेकिन रुढिवादियों की वहां भी कमी नहीं है। जब ऐश्वर्या को 'धूम 2' में रितिक रोशन के साथ किसिंग सीन करना था तो ऐसा सुना गया कि वह इसे करने में हिचक रही थी और काफी सोचविचार के बाद ही उन्होंने फिल्म करना स्वीकार किया। इसका कारण यह बताया गया कि बच्चन परिवार में इसे सहज रुप में नहीं लिया जा रहा था।
ऐश्वर्या ने अपने एक साक्षात्कार में यह स्वीकार किया कि इस सीन को करने के बाद उनके नाम से कई लीगल नोटिस जारी किए गए कि वो इस देश की लड़कियों की रोल मॉडल है इसलिए फिल्म में किस सीन क्यों किया। ऐश्वर्या ने आश्चर्य जताते हुए कहा, 'इस देश में बड़ी अजीब बात है। मैं एक एक्ट्रेस हूं यार और अपना काम कर रही हूं और मुझसे किसी फिल्म के दो मिनट के सीन के लिए सफाई मांगी जा रही है कि मैंने क्यों किया।'
एक्ट्रेस टिस्का चोपड़ा का भी कहना है कि यहां किस सीन्स को काफी चर्चा मिलती है और लोग इस पर प्रतिक्रिया करते हैं। वह कहती है, 'हालांकि अब हमारा समाज इतना विकसित हो गया है कि अगर किस कहानी का जरूरी हिस्सा है तो लोग उसे सहज तरीके से लेते हैं। '
एक्टर व प्रोड्सूयर संजय कपूर का मानना है कि किस का एक सौदर्यशास्त्र होता है। वे कहते हैं, 'अगर यह जानबूझकर नहीं फिल्माया जा रहा हो तो फिल्म में किस सीन होना बिल्कुल उचित है। जब आप टीवी पर अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रमों और म्यूजिक वीडियो में किस सीन देखते हो वह आपको सहज प्रतीत होता है। लेकिन अगर हिन्दी फिल्मों में किस सीन फिल्माया जाए तो आप असहज होने लगते हैं।'
उनके मुताबिक किस सीन्स पर बवाल करना दोहरा रवैया है।
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