...तो यह है PM Modi का बिहार विजय का मास्टरप्लान, इस रणनीति के तहत Lalu Yadav के चौकों पर लगा रहे सिक्सर
प्रधानमंत्री मोदी महज एक हफ्ते के भीतर दूसरी बार बिहार दौरे पर थे। बिहार को लेकर उनकी इस संजीदगी से पता चलता है कि बिहार उनके लिए कितना महत्वपूर्ण है। हालांकि लालू-तेजस्वी के सामने 40 सीटें जीतने के टारगेट पर पहुंचना आसान नहीं होगा। पीएम मोदी इसके लिए एक अलग रणनीति पर काम करते नजर आ रहे हैं। वह जंगलराज और भ्रष्टाचार को लेकर लालू-तेजस्वी पर अटैक कर रहे हैं।
बेतिया, विकाश चन्द्र पाण्डेय। मतदाताओं में बड़ी हिस्सेदारी वाले युवाओं में रोजी-रोजगारी की कसक बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार की बर्बादी व पलायन के लिए बुधवार को सीधे तौर पर लालू परिवार को दोषी ठहराया।
बेतिया की जनसभा में उन्होंने स्पष्ट कहा कि जंगलराज लाने वाला परिवार ही बिहार के युवाओं का गुनहगार है। लालटेन (राजद) के राज में एक परिवार फलता-फूलता रहा और युवा पलायन करते रहे। नौकरी के लिए भूखंडों पर कब्जा हुआ। युवाओं का जीवन दांव पर लगा देने के लिए उस परिवार को क्षमा नहीं किया जा सकता। राजग सरकार बिहार को जंगलराज से उबार कर विकास की राह पर लाई है।
12800 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारा प्रयास बिहार में नौकरी-रोजगार का है। इसी उद्देश्य से आज 12800 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास हुआ है। इस क्रम को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने उपस्थित जन-समूह से अबकी बार-400 पार के लिए समर्थन भी मांगा।
विकास की दे रहे गारंटी
खचाखच भरा हवाईअड्डा का मैदान संभवतः मोदी को आश्वस्त कर रहा, तभी तो उनकी आवाज भावनात्मक पुट के साथ आक्रामक हो गई है। मोदी की गारंटी को वे गारंटी पूरा होने की गांरटी बता रहे।
विकास की गारंटी के लिए परिवारवाद और जातिवाद से मुक्ति का आह्वान करते हुए अपनी शब्दावली वाली चार जातियों (गरीब, किसान, युवा, महिला) के विकास की प्रतिबद्धता जता रहे।
इंडी गठबंधन पर साध रहे निशाना
गरीब, किसान, युवा, महिला की हित वाली योजनाओं को गिनाते हुए पीएम मोदी दावा कर रहे कि चुनाव में इंडी गठबंधन वाले कहीं के नहीं रहेंगे। विश्वास यह कि प्रकृति-प्रेमी थारू समाज भी डबल इंजन की सरकार को गति देगा।
किए जा रहे कामों पर कर रहे बात
डिजिटल इंडिया के लिए वे युवाओं को श्रेय देते हैं। बरौनी खाद कारखाना चालू कराने का श्रेय स्वयं लेते हुए बताते हैं कि बिहार में 22 हजार करोड़ रुपये की लागत से एक दर्जन पुल बनाए जा रहे। उनमें से पांच पुल गंगा पर बन रहे हैं। आधारभूत संरचना से उद्यमी आकर्षित होते हैं और विकास को गति मिलती है।
युवा उनके भाषण का केंद्र
युवा उनके भाषण के केंद्र में हैं और किसी लाग-लपेट से परे वे स्पष्ट बता रहे कि उन्होंने छोटी उम्र में ही घर का त्याग कर दिया। बिहार वाले तो छठ-दीपावली में घर आ जाते हैं। मेरा कौन सा घर है, जहां मैं लौटूं। मेरा तो देश ही परिवार है। आज हर भारतीय व युवा कह रहा कि हम बानी मोदी के परिवार (मैं हूं मोदी का परिवार)।
भोजपुरी के जरिए लोगों को कनेक्ट करने की कोशिश
भाषण के प्रारंभ में भी भोजपुरी में अभिवादन कर उन्होंने उपस्थित जनसमूह को भावनात्मक रूप से अपने से जोड़ने का प्रयास किया। चंपारण को महर्षि वाल्मीकि की कर्मभूमि, माता सीता की शरणभूमि और लवकुश की जन्मभूमि बताते हुए संभवत: वे स्पष्ट कर रहे कि विकास के लिए प्रतिबद्ध भाजपा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के मार्ग पर प्रशस्त रहेगी।
विकसित बिहार से विकसित भारत का संकल्प
विकसित बिहार से विकसित भारत का संकल्प लेने के लिए वे बता रहे कि बेतिया व चंपारण से बढ़िया कोई स्थान हो ही नहीं सकता। इस भूमि से स्वतंत्रता संग्राम में प्राण फूंक दी। मोहनदास को महात्मा गांधी बना दिया। इस बखान पर निहाल जनता बैरिकेडिंग पर चढ़ने के लिए उतावली हो जाती है।
श्रीराम के भव्य मंदिर का जिक्र कर लूट रहे महफिल
सनातन संस्कृति के प्रतीक पुरुष श्रीराम के भव्य मंदिर की स्थापना में भाजपा के योगदान का उल्लेख कर वे जनसमूह को इस कदर मुग्ध कर देते हैं कि तालियों की गड़गड़ाहट दूर तक सुनी जा सकती है।
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