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    तीन बच्चियों की हत्या के बाद ब्रिटेन में हिंसक हुए विरोध प्रदर्शन, 100 से अधिक गिरफ्तार, ब्रिटिश पीएम ने बुलाई बैठक

    UK News ब्रिटेन में तीन बच्चियों की चाकू मारकर हत्या के मामले में देशभर में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए। ब्रिटिश प्रधानमंत्री के आवास के बाहर भी हिंसा हुई जिसके बाद पुलिस ने 100 से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है। हिंसा के पीछे सोशल मीडिया में फैली गलत सूचना को जिम्मेदार माना जा रहा है। इधर हत्या के संदिग्ध किशोर को गुरुवार को मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया।

    By Agency Edited By: Sachin Pandey Updated: Thu, 01 Aug 2024 03:54 PM (IST)
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    लंदन में अवैध आप्रवासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस अधिकारी और प्रदर्शनकारी भिड़ गए। (Image- Reuters)

    पीटीआई, लंदन। इंग्लैंड के साउथपोर्ट में तीन बच्चियों की चाकू मारकर हत्या के मामले के बाद लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है और अवैध आप्रवासन के खिलाफ बुधवार को कई जगह हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए। लंदन में डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर भी हिंसा हुई, जिसके बाद ब्रिटिश प्रधान मंत्री कीएर स्टार्मर ने उत्तर-पश्चिम गुरुवार को पुलिस प्रमुखों के साथ एक बैठक बुलाई। बच्चियों की हत्या के मामले में एक किशोर पर हत्या का संदेह है।

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    समाचार एजेंसी पीटीआई ने मेट्रोपॉलिटन पुलिस के हवाले से बताया कि बुधवार शाम को विरोध प्रदर्शन के दौरान कई जगह हिंसक घटनाएं हुईं, जहां एक इमरजेंसी वर्कर पर हमला भी किया गया और कई अधिकारियों को भी मामूली चोंटें आईं। इसके बाद पुलिस ने अव्यवस्था फैलाने के आरोप में 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।

    गलत सूचना से भड़की हिंसा

    इसके बाद साउथपोर्ट, हार्टलेपूल, उत्तर-पूर्व इंग्लैंड, एल्डरशॉट और दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए। माना जाता है कि सोशल मीडिया पर गलत सूचनाओं से भड़के समूह विरोध प्रदर्शन में शामिल थे। सोशल मीडिया में दावा किया जा रहा था कि चाकू मारने वाला व्यक्ति एक मुस्लिम था, जो ब्रिटेन में शरण लेना चाहता था और एक नाव पर अवैध रूप से देश में पहुंचा था।

    एजेंसी ने मेट्रोपॉलिटन पुलिस अधीक्षक नील होलीओक के हवाले से बताया, 'साउथपोर्ट में दुखद घटनाओं के बाद यह समझ में आता है कि जनता में इस चौंकाने वाली घटना के बारे में मजबूत भावनाएं हैं, लेकिन इसके बाद सामने आई हिंसक, गैरकानूनी अव्यवस्था पूरी तरह से अस्वीकार्य थी और गलत सूचना से प्रेरित थी।'

    पुलिस अधीक्षक ने एजेंसी से कहा, 'हम विरोध आयोजकों के साथ-साथ स्थानीय सामुदायिक समूहों, व्यवसायों और धार्मिक नेताओं, विशेष रूप से मुस्लिम समुदाय से बात कर रहे हैं, जो साउथपोर्ट में इस सप्ताह की अव्यवस्था से प्रभावित हुए हैं।'

    ब्रिटिश पीएम आवास के बाहर भी हुई हिंसा

    इधर ब्रिटिश प्रधानमंत्री आवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर भी हिंसक झड़पें हुईं, जहां परिसर के गेटों की ओर आग की लपटें फेंकी गईं और भीड़ में से कुछ ने डिब्बे और कांच की बोतलें फेंकीं। प्रदर्शनकारियों ने एक बाड़ गिराने की भी कोशिश की। बुधवार की रात जब पुलिस अव्यवस्था को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही थी तो इस दौरान भीड़, 'ब्रिटानिया पर शासन करो', 'हमारे बच्चों को बचाओ' और 'नावों को रोको' के नारे लगा रही थी। हार्टलेपूल और एल्डरशॉट में भी इसी तरह की हिंसक अव्यवस्था के बीच गिरफ्तारियां की गईं।

    हत्या का संदिग्ध आरोपी गिरफ्तार

    इस बीच, लंकाशायर के नजदीकी गांव बैंक्स के वेल्स में जन्मे 17 वर्षीय संदिग्ध को सोमवार को हमले के बाद गिरफ्तार किया गया था, उस पर हत्या के तीन मामले, हत्या के प्रयास के 10 मामले और चाकू रखने का आरोप लगाया गया है। कानूनी कारणों से उसका नाम नहीं बताया जा सकता, क्योंकि वह 18 साल से कम उम्र का है और गुरुवार को लिवरपूल सिटी मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश होगा।