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ब्रिटेन की सरकार में भारतीयों का जलवा, नारायण मूर्ति के दामाद ऋषि सुनक बने नए वित्त मंत्री

इन्फोसिस के सह-संस्थापक नारायणमूर्ति के दामाद ऋषि सुनक को ब्रिटेन के नए वित्त मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया है।

By Manish PandeyEdited By: Published: Thu, 13 Feb 2020 06:43 PM (IST)Updated: Thu, 13 Feb 2020 07:38 PM (IST)
ब्रिटेन की सरकार में भारतीयों का जलवा, नारायण मूर्ति के दामाद ऋषि सुनक बने नए वित्त मंत्री
ब्रिटेन की सरकार में भारतीयों का जलवा, नारायण मूर्ति के दामाद ऋषि सुनक बने नए वित्त मंत्री

लंदन, पेट्र। ब्रिटेन में भारतीय मूल के सांसद ऋषि सुनक को नया वित्त मंत्री बना गया है। उन्हें पाकिस्तानी मूल के साजिद जावीद को हटाकर वित्त मंत्री बनाया गया है। यूरोपीय यूनियन से हटे ब्रिटेन में यह पद अब बेहद महत्वपूर्ण हो गया है। क्योंकि आने वाले महीनों में ब्रिटेन को दुनिया के देशों से अपने व्यापार संबंधों का नया ढांचा खड़ा करना है। सुनक को लेकर एक खास बात है कि वह सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज भारतीय कंपनी इन्फोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद हैं।

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इस प्रकार से ब्रिटेन की बोरिस जॉनसन सरकार में गृह मंत्री पद पर प्रीति पटेल बरकरार हैं और सुनक को वित्त मंत्री की जिम्मेदारी मिली है। ब्रिटिश सरकार के दो अति महत्वपूर्ण पद भारतीयों के हिस्से में आए हैं। गुरुवार को प्रधानमंत्री जॉनसन ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया है। भारतीय मूल के आलोक शर्मा और स्वेला ब्रेवरमैन को भी मंत्रिमंडल में प्रोन्नति मिलने की उम्मीद है।

सुनक इससे पहले वित्त मंत्रालय में राज्य मंत्री थे और उन्हें ब्रिटिश खजाने के मुख्य सचिव का दर्जा प्राप्त था। उन्हें ब्रिटिश सरकार के उभरते सितारे के रूप में देखा जा रहा है। 39 वर्षीय सुनक का कार्यालय प्रधानमंत्री के डाउनिंग स्ट्रीट आवास एवं कार्यालय के ठीक बगल में होगा। ब्रिटिश मीडिया मौजूदा परिप्रेक्ष्य में वित्त मंत्री सुनक को सरकार में प्रधानमंत्री के बाद दूसरा सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति मान रहा है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने बयान जारी कहा है- महारानी ने ब्रिटिश खजाने के प्रमुख के तौर पर ऋषि सुनक की नियुक्ति को स्वीकृति दे दी है।

मां की दुकान के तजुर्बे से होगा ब्रिटेन का निर्माण

यॉर्कशायर के रिचमंड से कंजरवेटिव पार्टी के सांसद सुनक की शादी मूर्ति की बेटी अक्षता के साथ हुई है। वह सबसे पहले 2015 में चुनाव जीतकर संसद में पहुंचे थे। इसके बाद बहुत तेजी से कंजरवेटिव पार्टी के ढांचे में उन्होंने तरक्की की। वह प्रधानमंत्री की ब्रेक्जिट रणनीति को अंजाम दिलाने में विश्वसनीय व्यक्ति बनकर उभरे। ब्रिटेन में जन्मे सुनक ने ऑक्सफोर्ड और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालयों में पढ़ाई की है। उनका मूल पेशा इन्वेस्टमेंट बैंकर का है। इन्वेस्टमेंट बैंकर के रूप में उन्होंने राजनीति में आने से कुछ ही पहले एक अरब पाउंड (करीब नौ हजार करोड़ रुपये) की ग्लोबल इन्वेस्टमेंट फर्म स्थापित की थी। सुनक की मां फार्मेसिस्ट थीं जबकि पिता ब्रिटेन की सरकारी स्वास्थ्य सेवा में जनरल प्रेक्टिशनर थे। सुनक बताते हैं कि मां की छोटी सी दवाओं की दुकान में बैठकर ही उन्हें बड़े स्तर पर कारोबार करने का तजुर्बा प्राप्त हुआ। अब उसी तजुर्बे का लाभ लेते हुए वह ब्रिटेन के शानदार भविष्य की रूपरेखा तैयार करेंगे।


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