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    लंदन में महाराजा दलीप सिंह के बेटे के मेंशन का 150 करोड़ में सौदा, जानिए क्या है इतिहास

    By Dhyanendra SinghEdited By:
    Updated: Mon, 24 Aug 2020 08:44 AM (IST)

    दलीप सिंह सिख साम्राज्य के आखिरी महाराजा थे उनकी सल्तनत में लाहौर समेत पाकिस्तान का बहुत बड़ा इलाका भी शामिल था।

    लंदन में महाराजा दलीप सिंह के बेटे के मेंशन का 150 करोड़ में सौदा, जानिए क्या है इतिहास

    लंदन, प्रेट्र। ब्रिटेन की राजधानी लंदन में भारत के इतिहास से जुड़ी एक अहम इमारत बिक रही है। महाराजा रणजीत सिंह के बेटे दलीप सिंह के बेटे प्रिंस विक्टर अल्बर्ट जय दलीप सिंह को राजघराने की ओर से रहने के लिए मिला मेंशन अब बिक रहा है। इसका सौदा 1.55 करोड़ पाउंड (करीब 150 करोड़ रुपये) में हुआ है।

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    दलीप सिंह सिख साम्राज्य के आखिरी महाराजा थे, उनकी सल्तनत में लाहौर समेत पाकिस्तान का बहुत बड़ा इलाका भी शामिल था। 19 वीं सदी में जब उनका साम्राज्य ब्रिटिश उपनिवेश का हिस्सा बन गया तो वह इंग्लैंड चले गए। वहीं पर महारानी बैंबा मुलर से सन 1866 में प्रिंस विक्टर का जन्म हुआ, जिन्हें बाद में ब्रिटेन की तत्कालीन महारानी विक्टोरिया का संरक्षकत्व मिला।

    ब्रिटिश राजघराने में हुआ विवाह

    प्रिंस जब बड़े हुए तो उनका विवाह ब्रिटिश राजघराने के नौवें अर्ल ऑफ कॉवेंट्री की बेटी एनी कॉवेंट्री से हुआ। इससे प्रिंस का ब्रिटिश समाज में ओहदा ऊंचा हो गया और वह ब्रिटेन के शाही परिवार के सदस्य समझे जाने लगे। तभी उन्हें रहने के लिए साउथ-वेस्ट केनसिंग्टन इलाके के द लिटिल बोल्टंस इलाके में यह शानदार मेंशन मिला और खर्च के लिए शाही खजाने से रकम तय हुई।

    यह मेंशन ऊंची छतों वाले अपने कमरों, बड़े लिविंग स्पेस और सामने स्थित शानदार बगीचे के लिए जाना जाता था। यह मेंशन कुछ समय के लिए ईस्ट इंडिया कंपनी की संपत्ति भी रहा लेकिन उसके बाद यह दलीप सिंह परिवार के पास आ गया।

    बता दें कि महाराजा दलीप सिंह को 1849 में द्वितीय आंग्ल-सिख युद्ध के बाद उनकी पदवी के साथ पंजाब से हटा दिया गया था और बाद में निर्वासन में लंदन भेज दिया गया था। प्रिंस विक्टर अल्बर्ट जय दलीप सिंह महारानी बंबा मूलर से उनके सबसे बड़े बेटे थे। बंबा से उन्हें एक बेटी सोफिया दलीप सिंह भी थी, जो ब्रिटिश इतिहास में एक प्रमुख महिला अधिकार कार्यकर्ता के रूप में प्रसिद्ध हुईं।