सिंध में नाबालिग का जबरन धर्म परिवर्तन, लंदन में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के बाहर भारतीयों ने किया विरोध प्रदर्शन
यूनाइटेड किंगडम में संयुक्त राष्ट्र के कार्यालय के बाहर भारतीय प्रवासियों ने विरोध प्रदर्शन किया।
लंदन, एएनआइ। यूनाइटेड किंगडम लंदन में संयुक्त राष्ट्र के कार्यालय के बाहर भारतीय प्रवासियों ने विरोध किया। दरअसल, एक नाबालिग हिंदू लड़की महक कुमारी के लिए न्याय की मांग करते हैं, जिसे कथित तौर पर जबरन इस्लाम में परिवर्तित किया गया था और सिंध में मुस्लिम व्यक्ति से शादी करवा दी गई। इसी घटना को लेकर लोग विरोध कर रहे हैं।
15 जनवरी को किया गया अगवा
खबरों के अनुसार, कक्षा नौवीं की छात्रा महक का 15 जनवरी को सिंध प्रांत के जकोबाबाद जिले से अली राजा सोलंगी नाम व्यक्ति ने अपहरण कर लिया था। बाद में जबरन उसका धर्म परिवर्तन करवाकर उससे शादी कर ली। लड़की के पिता ने एफआईआर दर्ज करवा दी और इसके बाद ही मामला सामना आया था।
लड़की का पिता बोला- बेटी को किया अगवा
लड़की के पिता ने दावा किया था कि अली रजा सोलंगी ने उनकी बेटी को अगवा किया और फिर जबरन शादी कर ली थी। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी को अगवा किया गया तब उसकी उम्र 15 साल थी। वहीं इस मामले पर सुनवाई करते हुए पाकिस्तान के अतिरिक्त सत्र न्यायधीश गुलाम अली कनासरो ने फऐसला सुनाया कि महक नाबालिक है। इस वजह से शादी को माना नहीं जा सकता है।
सुनवाई में किया गया ये दावा
वहीं सुनवाई के वक्त दावा किया गया है कि महक ने अपनी मर्जी से इस्लाम धर्म अपनाया है। इसके बाद उसने अपनी इच्छा से सोलंगी के साथ शआदी की। जज ने सबूतों और दस्तावेजों के हवाले से कहा कि महक नाबालिग है और सिंध बाल विवाह निरोधक कानून की धारा 3 और 4 के तहत शादी करने के योग्य नहीं है। उन्होंने लरकाना के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि वह बल विवाह करवाने में शामिल सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
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