स्वेच्छा से ब्रिटेन छोड़ दें या करें निर्वासन का सामना, यूके सरकार ने विदेशी छात्रों को किया आगाह
ब्रिटिश सरकार ने भारतीयों सहित विदेशी छात्रों को वीजा की अवधि से अधिक समय तक रुकने या अध्ययन वीजा की अवधि समाप्त होने पर देश में शरण लेने के खिलाफ चेतावनी देने के लिए अभियान शुरू किया है। वहीं ब्रिटिश गृह मंत्री यवेट कूपर ने बीबीसी को बताया हम अराजकता को नियंत्रित करने के लिए कई व्यावहारिक कदम उठा रहे हैं।

पीटीआई, लंदन। ब्रिटिश सरकार ने भारतीयों सहित विदेशी छात्रों को वीजा की अवधि से अधिक समय तक रुकने या अध्ययन वीजा की अवधि समाप्त होने पर देश में शरण लेने के खिलाफ चेतावनी देने के लिए अभियान शुरू किया है।
सख्त कदम उठाने को तैयार- यवेट कपूर
गृह मंत्री यवेट कूपर ने बीबीसी को बताया, हम अराजकता को नियंत्रित करने के लिए कई व्यावहारिक कदम उठा रहे हैं। हर साल लगभग 15 हजार छात्र अक्सर अपने वीजा की अवधि समाप्त होने पर शरण का दावा करते हैं। हम स्पष्ट मैसेज भेज रहे हैं कि शरण प्रणाली (एआइलम सिस्टम) उन लोगों के लिए नहीं है जो केवल अपने वीजा को बढ़ाना चाहते हैं।
ब्रिटेन के विश्वविद्यालयों में नामांकित हजारों विदेशी छात्रों को उनके वीजा की अवधि समाप्त होने पर गृह मंत्रालय से ये सीधे संदेश मिल सकते है।
स्वेच्छा से ब्रिटेन छोड़ दें या निर्वासन का सामना करें
संदेश में कहा गया है कि शरण सहायता के लिए किसी भी अनुरोध का मूल्यांकन मानदंड के आधार पर सख्ती से किया जाएगा। जिन छात्रों को ब्रिटेन में रहने का कानूनी अधिकार नहीं है, वे स्वेच्छा से ब्रिटेन छोड़ दें या निर्वासन का सामना करें।
पिछले महीने जारी ब्रिटेन सरकार के आंकड़ों से पता चला है कि जून 2025 में समाप्त होने वाले वर्ष में 111,000 लोगों ने ब्रिटेन में शरण का दावा किया है, जो 1979 के बाद से सबसे अधिक संख्या है।
भारतीय छात्रों को जून 2025 में 98,014 वीजा जारी किए गए
आंकड़ों से यह भी पता चला है कि भारतीय छात्रों को जून 2025 में 98,014 वीजा जारी किए गए। नेशनल इंडियन स्टूडेंट्स एंड एलुम्नाई यूनियन (एनआइएसएयू) यूके की अध्यक्ष सानम अरोड़ा ने कहा, छात्रों को चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। अपने वीजा की शर्तों का पालन करें। यदि मदद की आवश्यकता है, तो हमसे संपर्क करें। हम मार्गदर्शन करेंगे।
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