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    भारत के तीन टीचर्स ने दुनिया में बढाया मान, ग्लोबल टीचर प्राइज 2026 के लिए हुए शार्टलिस्ट

    Updated: Mon, 15 Dec 2025 10:58 PM (IST)

    भारत के तीन शिक्षक, सुधांशु शेखर पांडा, मेहराज खुर्शीद मलिक और रूबल नागी को ग्लोबल टीचर प्राइज 2026 के लिए शीर्ष 50 में नामांकित किया गया है। वे अपनी ...और पढ़ें

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    तीन भारतीय शिक्षक ग्लोबल टीचर प्राइज 2026 के लिए नामित (सांकेतिक इमेज)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के तीन शिक्षक सोमवार को 10 लाख डालर के ग्लोबल टीचर प्राइज 2026 के लिए शीर्ष 50 नामांकित व्यक्तियों में शामिल किए गए हैं। ये अपनी दूरदर्शी और नवोन्मेषी शिक्षण पहलों से समाज पर गहरा प्रभाव डाल रहे हैं।

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    मेरठ के स्कूल शिक्षक सुधांशु शेखर पांडा, जम्मू और कश्मीर के शिक्षक मेहराज खुर्शीद मलिक और देशभर में झुग्गी-झोपडि़यों और ग्रामीण समुदायों में शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत रूबल नागी इस वार्षिक पुरस्कार के लिए दावेदार हैं।

    तीन भारतीय शिक्षक ग्लोबल टीचर प्राइज 2026 के लिए नामित

    ब्रिटेन स्थित वर्की फाउंडेशन द्वारा संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) के सहयोग से आयोजित जीईएमएस एजुकेशन की इस वैश्विक प्रतियोगिता के 10वें संस्करण के लिए 139 देशों से 5,000 से अधिक नामांकन प्राप्त हुए।

    ग्लोबल टीचर प्राइज के भारतीय मूल के संस्थापक सनी वर्की ने भारतीय नामांकित व्यक्तियों के बारे में कहा, 'ग्लोबल टीचर प्राइज की स्थापना एक सरल उद्देश्य के साथ की गई थी।

    शिक्षकों ने शिक्षण पहलों से समाज पर गहरा प्रभाव डाला

    आप जैसे शिक्षकों को प्रकाश में लाना। ऐसे शिक्षाविद् जिनकी लगन, रचनात्मकता और करुणा का सम्मान किया जाना चाहिए और उन्हें दुनिया के साथ साझा किया जाना चाहिए।'

    उन्होंने कहा, 'शिक्षक दिमाग को आकार देते हैं, आत्मविश्वास जगाते हैं और वे द्वार खोलते हैं जिनके माध्यम से युवा अपने और दूसरों के लिए उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करते हैं।आपका काम कक्षा तक ही सीमित नहीं है। यह जिंदगियों को प्रभावित करता है और दुनिया को आकार देता है।'