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ब्रिटेन के पूर्व सैनिक ने 200 कुत्ते-बिल्लियों संग छोड़ा काबुल, चार्टर्ड विमान से पहुंचे लंदन

ब्रिटेन के पूर्व सैनिक को करीब 200 कुत्तों व बिल्लियों के साथ अफगानिस्तान से निकाल लिया गया लेकिन उनकी संस्था के स्थानीय कर्मचारियों को काबुल में ही छोड़ दिया गया। काबुल से एक चार्टर्ड विमान के जरिये रवाना हुए और रविवार को लंदन के हीथ्रो पहुंचे।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Mon, 30 Aug 2021 01:58 AM (IST)Updated: Mon, 30 Aug 2021 01:58 AM (IST)
200 कुत्तों के लिए कई जवानों का इस्तेमाल किया गया

लंदन, एजेंसी। ब्रिटेन के पूर्व सैनिक को करीब 200 कुत्तों व बिल्लियों के साथ अफगानिस्तान से निकाल लिया गया, लेकिन उनकी संस्था के स्थानीय कर्मचारियों को काबुल में ही छोड़ दिया गया। पाल 'पेन' फारथिंग व उनके जानवर शनिवार देर शाम काबुल से एक चार्टर्ड विमान के जरिये रवाना हुए और रविवार को लंदन के हीथ्रो पहुंचे।

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पूर्व सैनिक ने बिना पशुओं के ब्रिटिश सेना के विमान से जाने से कर दिया था इन्कार

ब्रिटिश सैनिक के रूप में अफगानिस्तान में 15 साल पहले तैनात रहे फारथिंग ने 'नाउजाड' नामक परोपकारी संस्था शुरू की है। वह अपने अफगानी कर्मचारियों व उनके आश्रितों के साथ ब्रिटिश सेना के विमान की मदद से अफगानिस्तान छोड़ सकते थे, लेकिन उन्होंने बिना पशुओं के ऐसा करने से इन्कार कर दिया।

ब्रिटिश सरकार से मदद के लिए पैरवी

उनके समर्थकों ने ब्रिटिश सरकार से मदद के लिए पैरवी की और बचाव अभियान को 'आपरेशन आर्क' नाम दिया गया। हालांकि, ब्रिटेन के सासंदों ने इसकी आलोचना की।

कंजर्वेटिव सांसद ने कहा- 200 कुत्तों के लिए कई जवानों का इस्तेमाल किया गया

कंजर्वेटिव सांसद व अफगानिस्तान में ब्रिटिश सेना में सेवा दे चुके टाम तुगेंदहट ने कहा, 'आप क्या कहेंगे जब मैं किसी व्यक्ति की जगह कुत्ते को बचाने के लिए एंबुलेंस भेजूंगा। 200 कुत्तों के लिए कई जवानों का इस्तेमाल किया गया। हो सकता है कि इस बीच मददगारों के परिवार की हत्या कर दी गई हो।'

रक्षा मंत्री बेन वालेस ने कहा- फारथिंग के समर्थकों ने सैन्य कर्मियों को अपशब्द कहे

रक्षा मंत्री बेन वालेस ने शिकायत की कि फारथिंग के समर्थकों ने वरिष्ठ कमांडरों का अधिक समय लिया और सैन्य कर्मियों को अपशब्द कहे।

'आपरेशन आर्क' ने विमान में कोई सीट नहीं ली

हालांकि, फारथिंग और उनके समर्थकों का कहना है कि 'आपरेशन आर्क' ने विमान में कोई सीट नहीं ली और न ही लोगों को निकालने के अभियान में लगे अधिकारियों का इस्तेमाल किया।


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