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    असांजे के अमेरिकी प्रत्यर्पण मामले पर बाद में फैसला सुनाएगा ब्रिटिश हाई कोर्ट

    ब्रिटिश हाई कोर्ट ने विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे की प्रत्यर्पण के विरुद्ध अपील पर बुधवार को दो दिन तक चली सुनवाई पूरी कर ली लेकिन न्यायाधीशों ने कहा कि वे अपना फैसला बाद में सुनाएंगे। जासूसी के आरोपों का सामना कर रहे 52 वर्षीय असांजे अमेरिका में वांछित हैं। असांजे को 2019 से दक्षिण पूर्व लंदन स्थित अत्यंत सुरक्षा वाली वेलमार्श जेल में रखा गया है।

    By Jagran News Edited By: Devshanker Chovdhary Updated: Fri, 23 Feb 2024 12:04 AM (IST)
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    असांजे के अमेरिकी प्रत्यर्पण मामले पर बाद में फैसला सुनाएगा ब्रिटिश हाई कोर्ट। (फाइल फोटो)

    आईएएनएस, लंदन। ब्रिटिश हाई कोर्ट ने विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे की प्रत्यर्पण के विरुद्ध अपील पर बुधवार को दो दिन तक चली सुनवाई पूरी कर ली, लेकिन न्यायाधीशों ने कहा कि वे अपना फैसला बाद में सुनाएंगे। जासूसी के आरोपों का सामना कर रहे 52 वर्षीय असांजे अमेरिका में वांछित हैं। असांजे को 2019 से दक्षिण पूर्व लंदन स्थित अत्यंत सुरक्षा वाली वेलमार्श जेल में रखा गया है।

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    क्या है पूरा मामला?

    एक दशक पहले अफगानिस्तान और इराक युद्धों से संबंधित सैन्य दस्तावेज विकीलीक्स पर प्रकाशित होने के बाद असांजे अमेरिका में राष्ट्रीय रक्षा सूचना सार्वजनिक करने के आरोपों का सामना कर रहे हैं। विकीलीक्स पर प्रकाशित सूचनाओं में अपाचे हेलीकॉप्टर से 2007 में बगदाद की सड़कों पर रायटर के पत्रकारों और बच्चों को अमेरिकी सेना द्वारा मारे जाने का वीडियो फुटेज भी शामिल है।

    अमेरिका के वकीलों ने इससे पहले कहा था कि जेल की सजा सुनाई गई तो असांजे को उनके अपने देश आस्ट्रेलिया में स्थानांतरित किए जाने की अनुमति दी जाएगी। 2022 में ब्रिटेन की तत्कालीन गृह मंत्री प्रीती पटेल ने असांजे को प्रत्यर्पित करने की स्वीकृति दी थी। इससे पहले असांजे के मानसिक स्वास्थ्य चिंताओं को देखते हुए प्रत्यर्पण रोक दिया गया था।