Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'पार्टीगेट' बना बोरिस जॉनसन के गले की फांस! सांसद पद से देना पड़ा इस्तीफा; पत्रकार से PM बनने तक ऐसा रहा सफर

    By Achyut KumarEdited By: Achyut Kumar
    Updated: Sat, 10 Jun 2023 12:18 PM (IST)

    ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने संसद सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उनके ऊपर कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करन पार्टी करने और संसद को गुमराह करने का आरोप है। जॉनसन ने ब्रेक्जिट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

    Hero Image
    Brexit To 'Partygate': The Rise And Fall Of Boris Johnson

    Boris Johnson Resignation: ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने संसद सदस्यता से इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया। उन्होंने यह इस्तीफा पार्टीगेट (Partygate) कांड पर संसदीय समिति की जांच रिपोर्ट आने के बाद दिया। संसदीय समिति ने अपनी जांच रिपोर्ट में प्रधानमंत्री रहते लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन कर पार्टी करने और संसद को गुमराह करने का के लिए जॉनसन पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की। आइए, पढ़ते हैं जॉनसन के अर्श से फर्श पर आने की कहानी...

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बोरिस जॉनसन का 19 जून 1964 को हुआ जन्म

    बोरिस जॉनसन का जन्म 19 जून 1964 को संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में हुआ। उन्होंने तीन शादियां की हैं। उनकी पहली पत्नी का नाम एलेग्रा मोस्टिन ओवेन (Allegra Mostyn-Owen), दूसरी पत्नी का नाम मरीना व्हीलर (Marina Wheeler) और तीसरी पत्नी का कैरी जॉनसन (Carrie Johnson) है। 

    ओवेन से जॉनसन की शादी 1987 में हुई थी, जो केवल छह साल तक चली। इसके बाद उन्होंने 1993 में मरीना से शादी की, लेकिन यह शादी भी केवल सात साल तक चली। तीसरी शादी उन्होंने 2021 में कैरी से की, जो अभी तक चल रही है। जॉनसन के तीन बच्चे हैं- जो जॉनसन, लियो जॉनसन और रेचल जॉनसन। जॉनसन ने ईटन कॉलेज और आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से शिक्षा ग्रहण की।

    पत्रकारिता से शुरू किया करियर

    बोरिस जॉनसन का पूरा नाम बोरिस डी फाफेल जॉनसन है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत पत्रकार के तौर पर की थी। बाद में वे राजनीति मे आ गए। उन्होंने द टाइम्स अखबार और द टेलीग्राफ में काम किया। द टेलीग्राफ में वे ब्रसेल्स संवाददाता के रूप में शामिल हुए थे। जॉनसन 1995 से लेकर 2005 तक द स्पेक्टेटर के संपादक रहे।

    बोरिस जॉनसन का राजनीतिक करियर

    • बोरिस जॉनसन कंजरवेटिव पार्टी के नेता हैं।
    • वे 2008 से लेकर 2016 तक लंदन के मेयर भी रह चुके हैं।
    • उन्होंने 2016 से 2018 तक विदेश मंत्री के रूप में काम किया। उस समय प्रधानमंत्री थेरेसा मे थीं।
    • जॉनसन ने 2019 से 2022 तक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में काम किया।
    • जॉनसन 2011 में हेनले से सांसद निर्वाचित हुए।
    • 23 जून 2016 को एक राष्ट्रीय जनमत संग्रह में यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के अलग होने यानी ब्रेक्जिट को मंजूरी मिली, जिसके बाद बाद तत्‍कालीन प्रधानमंत्री ड‍ेविड कैमरन को इस्तीफा देना पड़ा।
    • जानसन ने जुलाई 2018 में ब्रेक्जिट के लिए नरम रवैया अपनाने के लिए थेरेसा की रणनीति के विरोध में विदेश मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।

    'पार्टीगेट' क्या है?

    पार्टीगेट से मतलब बोरिस जॉनसन के द्वारा लॉकडाउन के दौरान डाउनिंग स्ट्रीट में नियमों का उल्लंघन कर पार्टी का आयोजन करने से है। जॉनसन पर इस मामले में संसद यानी हाउस आफ कामन्स को गुमराह करने का भी आरोप है। हालांकि, उन्होंने इन आरोपों से साफ इनकार किया है। जॉनसन ने कहा,

    संसद छोड़ना बहुत दुखद है...कम से कम अभी के लिए... लेकिन इन सबसे ऊपर मैं हतप्रभ और भयभीत हूं कि मुझे अलोकतांत्रिक तरीके से ... इस तरह के अहंकारी पूर्वाग्रह के साथ मजबूर किया जा सकता है।

    कोविड महामारी, पार्टीगेट और घोटालों से निपटने में विफल रहे जॉनसन

    जॉनसन ने दिसंबर 2019 के आम चुनाव में 'ब्रेक्जिट करवाने' के वादे पर टोरीज का 80 सीटों के भारी बहुमत से नेतृत्व किया। इसने उन्हें संसद के माध्यम से यूरोपीय संघ के साथ अपने अलगाव के सौदे की अनुमति दी, लेकिन वह कोविड महामारी, 'पार्टीगेट' और अन्य घोटालों से निपटने में विफल रहे, जिसके कारण पिछले साल जुलाई में मंत्रियों ने विद्रोह कर दिया और उन्हें प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। 

    ब्रेक्जिट और जॉनसन

    यूनाइटेड किंगडम को यूरोपीय संघ का सदस्य बने रहना चाहिए या नहीं, इस पर राष्ट्रीय जनमत संग्रह 23 जून, 2016 के रन-अप में जॉनसन 'छोड़ें' अभियान (Leave Capaign) के प्रमुख प्रवक्ता बने। जब जनमत संग्रह में सभी वोटों की गिनती की गई तो चुनाव में जाने वालों में से लगभग 52 प्रतिशत ने ब्रिटेन के ईयू छोड़ने का विकल्प चुना था, जिससे डेविड कैमरन को प्रधानमंत्री के रूप में अपने इस्तीफे की घोषणा करनी पड़ी। कहा जाता है कि यहीं से जॉनसन के लिए पीएम बनने का रास्ता खुल गया। 

    अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

    बोरिस जॉनसन 24 जुलाई 2019 को आधिकारिक तौर पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने। उन्होंने सात जुलाई 200 को पीएम पद छोड़ने का एलान किया।

    बोरिस जॉनसन का जन्म 19 जून 1964 को न्यूयॉर्क शहर में हुआ था। न्यूयॉर्क अमेरिका का प्रमुख शहर है।

    बोरिस जॉनसन दो बार लंदन के मेयर चुने गए। वे 2008 से 2016 तक मेयर रहे। उन्होंने दोनों बार केन लिविंगस्टोन को हराया।