कुचिपुड़ी नृत्यांगना अरुणिमा कुमार को मिला ब्रिटेन का शाही सम्मान, भारतीय शास्त्रीय नृत्य को लेकर कही ये बात
ब्रिटेन की प्रसिद्ध कलाकार भारतवंशी अरुणिमा कुमार गुरुवार को किंग चार्ल्स तृतीय के मानद ब्रिटिश एम्पायर मेडल (बीईएम) से सम्मानित किया गया। इससे सम्मानित होने वाली वह पहली कुचिपुड़ी नृत्यांगना हैं। उन्हें यह सम्मान कुचिपुड़ी को वैश्विक मंचों पर ले जाने और कला के माध्यम से अंतर-सांस्कृतिक समझ को बढ़ावा देने में अथक प्रयासों के लिए दिया गया है।

ब्रिटिश एम्पायर मेडल से सम्मानित होने वाली पहली कुचिपुड़ी नृत्यांगना बनीं अरुणिमा कुमार (फोटो- एक्स)
पीटीआई, लंदन। ब्रिटेन की प्रसिद्ध कलाकार भारतवंशी अरुणिमा कुमार गुरुवार को किंग चार्ल्स तृतीय के मानद ब्रिटिश एम्पायर मेडल (बीईएम) से सम्मानित किया गया। इससे सम्मानित होने वाली वह पहली कुचिपुड़ी नृत्यांगना हैं।
उन्हें यह सम्मान कुचिपुड़ी को वैश्विक मंचों पर ले जाने और कला के माध्यम से अंतर-सांस्कृतिक समझ को बढ़ावा देने में अथक प्रयासों के लिए दिया गया है। उनके नाम कई प्रथम उपलब्धियां शामिल हैं, जिनमें बकिंघम पैलेस और लंदन के 10 डाउनिंग स्ट्रीट में दिवाली उत्सव समारोह में प्रस्तुति शामिल हैं।
अरुणिमा कुमार ने कहा, ''मैं इस अंतरराष्ट्रीय मान्यता के लिए और मेरे काम में विश्वास रखने वाले सभी लोगों के प्रति आभारी हूं।'' ''मेरे लिए यह सम्मान सिर्फ व्यक्तिगत नहीं, बल्कि विश्व मंच पर भारतीय शास्त्रीय नृत्य का उत्सव है। कुचिपुड़ी मेरा आजीवन साथी रहा है, कहानी कहने और एकता का माध्यम रहा है।''
उनकी संस्था अरुणिमा कुमार डांस कंपनी (एकेडीसी) को 50 से अधिक देशों में 3,000 से अधिक प्रस्तुति के साथ, ब्रिटेन, भारत और पोलैंड में चार से 75 वर्ष की आयु के सैकड़ों छात्रों को प्रशिक्षण देकर कुचिपुड़ी को दुनिया भर में सुलभ और प्रासंगिक बनाने का श्रेय दिया जाता है।
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