Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Cancer Vaccine: कैंसर के टीके बनाने के करीब रूस, व्लादिमीर पुतिन ने जल्द उपलब्ध कराने का किया दावा

    Updated: Wed, 14 Feb 2024 11:51 PM (IST)

    रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को कहा कि रूसी वैज्ञानिक कैंसर के लिए टीके बनाने के करीब पहुंच गए हैं जो जल्द ही मरीजों के लिए उपलब्ध हो सकते हैं। पुतिन ने टीवी पर दिए गए बयान में कहा कि हम कैंसर टीकों और नई पीढ़ी की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत करने वाली दवाओं के निर्माण के बहुत करीब आ गए हैं।

    Hero Image
    रूसी राष्ट्रपति ने जल्द टीका उपलब्ध कराने का किया दावा। (फाइल फोटो)

    रायटर्स, मास्को। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को कहा कि रूसी वैज्ञानिक कैंसर के लिए टीके बनाने के करीब पहुंच गए हैं, जो जल्द ही मरीजों के लिए उपलब्ध हो सकते हैं। पुतिन ने टीवी पर दिए गए बयान में कहा कि हम कैंसर टीकों और नई पीढ़ी की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत करने वाली दवाओं के निर्माण के बहुत करीब आ गए हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    टीके पर कई देश कर रहे हैं काम

    उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही उनका प्रभावी ढंग से चिकित्सा के रूप में उपयोग किया जाएगा। उन्होंने मास्को में भविष्य की तकनीकों पर आयोजित कार्यक्रम में ये बातें कहीं। पुतिन ने यह नहीं बताया कि प्रस्तावित टीके किस प्रकार के कैंसर को लक्षित करेंगे और न ही उन्होंने बताया कि यह कैसे काम करेगा। कई देश और कंपनियां कैंसर के टीकों पर काम कर रही हैं।

    ब्रिटिश सरकार ने जर्मनी स्थित बायोएनटेक के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए

    पिछले साल ब्रिटिश सरकार ने जर्मनी स्थित बायोएनटेक के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जो कैंसर उपचार प्रदान करने के लिए परीक्षण शुरू करेगा। जिसका लक्ष्य 2030 तक 10,000 रोगियों तक पहुंचना है। फार्मास्युटिकल कंपनियां माडर्ना और मर्क एंड कंपनी एक प्रयोगात्मक कैंसर वैक्सीन विकसित कर रही हैं, जो एक मध्य चरण अध्ययन में तीन साल के उपचार के बाद मेलेनोमा (सबसे घातक त्वचा कैंसर) से मृत्यु की संभावना को आधा कर देती है।

    विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, वर्तमान में छह लाइसेंस प्राप्त टीके हैं जो कई तरह के कैंसरों का कारण बनने वाले मानव पेपिलोमाविरस (एचपीवी) के उपचार के लिए हैं, जिनमें सर्वाइकल कैंसर भी शामिल है। साथ ही हेपेटाइटिस बी (एचबीएस) के खिलाफ टीके भी हैं, जो लीवर कैंसर का कारण बनता है।