'अब देंगे करारा जवाब' यूक्रेन ने रूस पर दागी 200 से ज्यादा मिसाइलें, पुतिन ने दी खुलेआम चेतावनी
रूस ने मंगलवार को कहा कि यूक्रेन ने अमेरिका निर्मित छह एटीएसीएमएस बैलिस्टिक मिसाइलों और छह ब्रिटेन निर्मित स्टोर्म शैडो क्रूज मिसाइलों के साथ ही करीब 200 ड्रोन से हमला किया। वहीं रूस की तरफ से भी 80 ड्रोन से यूक्रेन के 11 क्षेत्रों पर हमला किया गया। गत नवंबर में यूक्रेन ने पहली बार एटीएसीएमएस और स्टोर्म मिसाइलों से रूस में अंदर तक हमला किया था।
रॉयटर, मॉस्को। यूक्रेन ने अमेरिकी और ब्रिटिश मिसाइलों से रूस पर बड़े पैमाने पर हमला किया है। रूस ने मंगलवार को कहा कि यूक्रेन ने अमेरिका निर्मित छह एटीएसीएमएस बैलिस्टिक मिसाइलों और छह ब्रिटेन निर्मित स्टोर्म शैडो क्रूज मिसाइलों के साथ ही करीब 200 ड्रोन से हमला किया। इसका जवाब दिया जाएगा। जबकि हमले में तीन शहरों में कई कारखानों को नुकसान पहुंचने की खबर है।
इस बीच, रूस की तरफ से भी 80 ड्रोन से यूक्रेन के 11 क्षेत्रों पर हमला किया गया। यूक्रेन ने इनमें से 58 ड्रोन को मार गिराने का दावा किया है।
यूक्रेन के 146 ड्रोन मार गिराए: रूस का दावा
रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन की ओर से ब्रायंस्क क्षेत्र पर दागी गईं सभी पश्चिमी मिसाइलों के साथ ही युद्ध क्षेत्र के बाहर 146 ड्रोन को मार गिराया गया। काला सागर के ऊपर भी दो स्टोर्म मिसाइलों को नष्ट कर दिया गया। मंत्रालय ने कहा, 'पश्चिम समर्थित कीव शासन के ये कृत्य अनुत्तरित नहीं रहेंगे।'
बता दें कि गत नवंबर में यूक्रेन ने पहली बार एटीएसीएमएस और स्टोर्म मिसाइलों से रूस में अंदर तक हमला किया था। इसके जवाब में रूस ने 21 नवंबर को नई अंतरमहाद्वीपीय हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल ओरेशनिक से यूक्रेन पर हमला किया था।
नवंबर में ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यह कहा था कि अमेरिका और ब्रिटेन की ओर से यूक्रेन को इन मिसाइलों से रूस के अंदर तक हमले की पहली बार अनुमति दिए जाने से यूक्रेन युद्ध वैश्विक युद्ध की ओर बढ़ रहा है। बता दें कि फरवरी, 2022 से यूक्रेन में जारी रूस के हमले में अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि लाखों लोग विस्थापित हुए हैं।
ट्रंप की पहल का अध्ययन करेगा रूस
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने मंगलवार को कहा कि उनका देश अगले सप्ताह अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने जा रहे डोनाल्ड ट्रंप की यूक्रेन पर पहल का अध्ययन करने के लिए तैयार है। जबकि पुतिन के सलाहकार निकोलई पेत्रुशेव ने कहा कि यूक्रेन को लेकर वार्ता में केवल रूस और अमेरिका को शामिल होना चाहिए।
इससे पहले शुक्रवार को रूसी राष्ट्रपति भवन क्रेमलिन ने कहा था कि मॉस्को पुतिन और ट्रंप के बीच बैठक के लिए राजी है। हालांकि इस बारे में कोई ठोस कदम 20 जनवरी को ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद ही उठाया जा सकता है। जबकि इससे एक दिन पहले ट्रंप ने कहा था कि उनके और पुतिन के बीच मुलाकात की योजना बनाई जा रही है।
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