यूक्रेन का रूस के कब्जे वाले मेलिटोपोल पर हमला, इस्तेमाल किए गए हथियार पर संशय
सुरक्षा इंतजामों को देखने के बाद उन्होंने संयंत्र के आसपास शांति क्षेत्र बनाए जाने पर जोर दिया। मेलिटोपोल शहर पर हमले ने यूक्रेनी सेना के जल्द हमलावर होने के एलान को मजबूत किया है। ( जागरण - फोटो )
कीव, रायटर। यूक्रेन की सेना ने रूस के कब्जे वाले मेलिटोपोल शहर के रेलवे स्टेशन और बिजलीघर पर हमला कर उसे नुकसान पहुंचाया है। युद्ध मोर्चे से काफी दूर किए गए इस हमले में यूक्रेनी सेना ने किस हथियार का इस्तेमाल किया है यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। रूसी सेना ने इस शहर पर लड़ाई के शुरुआती दिनों में ही कब्जा कर लिया था।
शांति क्षेत्र बनाए जाने पर जोर
यह रूस के कब्जे वाले क्रीमिया प्रायद्वीप को यूक्रेन से जोड़ने वाला स्थान भी है। इस बीच युद्ध क्षेत्र के करीब स्थित जपोरीजिया परमाणु संयंत्र का अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख रफाएल ग्रोसी ने दौरा किया है। सुरक्षा इंतजामों को देखने के बाद उन्होंने संयंत्र के आसपास शांति क्षेत्र बनाए जाने पर जोर दिया। मेलिटोपोल शहर पर हमले ने यूक्रेनी सेना के जल्द हमलावर होने के एलान को मजबूत किया है।
हमलों से रूस को कोई बड़ी सफलता नहीं मिली
इस बीच युद्ध मोर्चों पर रूसी सेना के हमले कम होने की खबर है। भीषण ठंड के मौसम के दिनों की तुलना में वसंत ऋतु के आगमन पर रूसी हमलों की संख्या कम हुई है। लेकिन भीषण ठंड के मौसम के हमलों से रूस को कोई बड़ी सफलता नहीं मिली है। पूर्वी यूक्रेन के बाखमुट शहर को तीन तरफ के घेरकर हमले करने के बावजूद अभी उस पर रूसियों का कब्जा नहीं हो पाया है।
दक्षिण के अवदीव्का शहर पर भी भीषण हमलों के बावजूद रूसी सेना को सफलता नहीं मिली है। इस बीच सैनिकों का हौसला बढ़ाने के लिए बुधवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने युद्ध मोर्चों के नजदीकी क्षेत्रों का दौरा किया और लोगों से मुलाकात की।