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    रूस यूक्रेन के बीच एक बार फिर तुर्की निभाएगा अहम भूमिका जानिए इस बार किस मुद्दे पर करना चाहता है बचाव

    By Kamal VermaEdited By:
    Updated: Sat, 03 Sep 2022 05:24 PM (IST)

    तुर्की ने रूस और यूक्रेन के बीच zaporizhzhia परमाणु केंद्र को लेकर बातचीत करने और इसमें मध्‍यस्‍थता करने का सुझाव दिया है। दरअसल इस केंद्र के आसपास हो रहे हमलों को लेकर पूरा यूरोप काफी चिंतित भी है।

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    रूस और यूक्रेन के बीच बातचीम में मध्‍यस्‍थता करना चाहता है तुर्की

    इस्‍तांबुल (एजेंसी)। रूस और यूक्रेन के बीच 7 माह से जारी जंग के बीच तुर्की एक बार फिर से अहम जिम्‍मेदारी उठाना चाहता है। इसको लेकर उसने अपनी बात रूस तक पहुंचा भी दी है। इस बार तुर्की ये भूमिका यूरोप के सबसे बड़े परमाणु केंद्र जेपोरिजीया के आसपास हो रहे हमलों को रुकवाने के लिए निभाना चाहता है। ये परमाणु संयंत्र इस लड़ाई के कुछ समय बाद ही रूस के कब्‍जे में आ गया था। हाल ही में इसके आसपास हुए मिसाइल और राकेट हमलों से इसकी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई जा रही है। अंतरराष्‍ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की एक टीम भी यहां पर पहुंची है।

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    तुर्की के राष्‍ट्रपति रैसप तैयप इर्दोगन ने रूस के राष्‍ट्रपति से इस परमाणु केंद्र के आसपास हो रहे हमलों को रुकवाने के लिए रूस और यूक्रेन के बीच बातची में मध्‍यस्‍था निभाने का सुझाव दिया है। आपको बता दें कि इससे पहले इन दोनों देशों के बीच अनाज डील को करवाने में तुर्की की अहम भूमिका रही थी। यूक्रेन के राष्‍ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्‍की ने अनाज निर्यात को लेकर यूएन और राष्‍ट्रपति इर्दोगन से ही बातचीत की थी। इसके बाद ही उन्‍होंने रूस से इस बारे में बात की थी। आज इस डील के तहत 10 लाख टन से अधिक यूक्रन का अनाज बाहरी दुनिया तक पहुंचाया जा चुका है।

    आपको यहां पर ये भी बता दें कि तुर्की जहां यूक्रेन के करीब है वहीं रूस का भी एक बेहतर साझेदार बनकर सामने आया है। अमेरिका के नेतृत्‍व वाली नाटो का सदस्‍य होने के बाद भी रूस के साथ उसके बेहतर रिश्‍ते हैं। इसके अलावा वो कई बार अमेरिका के खिलाफ बोलते हुए भी देखा गया है। तुर्की और रूस के बीच पिछले माह ही एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम की दूसरी खेप को लेकर समझौता हुआ था। ये समझौता इसलिए बेहद खास था क्‍योंकि इस मिसाइल खरीद को लेकर अमेरिका ने तुर्की पर प्रतिबंध लगा दिए थे।