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    Russia: 'मातृभूमि आपको एक भी मिनट के लिए नहीं भूली', राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सुरक्षाकर्मियों का बढ़ाया हौसला

    By Agency Edited By: Jeet Kumar
    Updated: Sun, 04 Aug 2024 05:30 AM (IST)

    रूस ने इन एजेंटों का स्वागत रेड कारपेट बिछाकर किया और उनके स्वागत के लिए खुद पुतिन एयरपोर्ट पर पहुंचे। इसे पुतिन का अपने सुरक्षाकर्मियों का हौसला बढ़ाने वाले कदम माना जा रहा है। संभवत पहली बार रूस और अमेरिका सहित पश्चिमी देशों के बीच हुई 24 बंदियों की बड़ी अदलाबदली में वादिम क्रासिकोव की जर्मनी से रिहाई हुई है।

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    राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सुरक्षाकर्मियों का बढ़ाया हौंसला

     एपी, मास्को। मातृभूमि आपको एक भी मिनट के लिए नहीं भूली। यह बात रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों के साथ हुई बंदियों की अदलाबदली में रिहा होकर आए सुरक्षा एजेंसियों के एजेंटों का स्वागत करते हुए कही।

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    रूस ने इन एजेंटों का स्वागत रेड कारपेट बिछाकर किया और उनके स्वागत के लिए खुद पुतिन एयरपोर्ट पर पहुंचे। इसे पुतिन का अपने सुरक्षाकर्मियों का हौसला बढ़ाने वाले कदम माना जा रहा है। संभवत: पहली बार रूस और अमेरिका सहित पश्चिमी देशों के बीच हुई 24 बंदियों की बड़ी अदलाबदली में वादिम क्रासिकोव की जर्मनी से रिहाई हुई है।

    रूसी खुफिया एजेंसी के अधिकारी को दोषी 

    रूसी खुफिया एजेंसी के अधिकारी क्रासिकोव को बर्लिन में फरार चेचेन उग्रवादी की हत्या के लिए दोषी पाया गया था और उम्रकैद की सजा दी गई थी। 2019 में क्रासिकोव से रूस सरकार ने अपना कोई संबंध नहीं बताया था लेकिन शुक्रवार (दो अगस्त) को क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने उन्हें फेडरल सिक्युरिटी सर्विस का अधिकारी बताया।

    क्रासिकोव ने एक समय पुतिन को सुरक्षा देने वाली अल्फा यूनिट में भी कार्य किया था। इसी सप्ताह पश्चिमी देशों के 16 बंदियों के बदले में रूस के आठ बंदी रिहा हुए हैं। जो आठ रूसी रिहा हुए हैं उनमें से कई लंबे समय से पश्चिमी देशों की जेलों में बंद थे और वे जघन्य अपराधों के लिए सजा पाए हुए थे। इनमें से कई रूसी सुरक्षा एजेंसियों के एजेंट थे।

    पुतिन को नहीं जानते थे बच्चे

    स्लोवेनिया से रिहा हुए आर्टेम दुल्तसेव और एना दुल्तसेवा रूस के लिए वहां पर जासूसी करते हुए पकड़े गए थे और लंबे समय से वहां की जेल में बंद थे। उनके बच्चे-11 वर्षीय सोफिया और आठ वर्षीय डेनियल भी माता-पिता के साथ गुरुवार को अंकारा से मास्को आए। दोनों बच्चे नहीं जानते थे कि वे मूल रूप से रूसी हैं। उन्हें रूसी भाषा नहीं आती है और न ही वे यह जानते थे कि उनसे मिल रहे पुतिन रूस के राष्ट्रपति हैं। यह जानकारी क्रेमलिन के प्रवक्ता पेस्कोव ने दी है।