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    रूस में स्टूडेंट्स के प्रेग्नेंट होने पर मिलेंगे 1 लाख रुपये! राष्ट्रपति पुतिन ने क्यों लिया यह फैसला? पढ़ें क्या है युद्ध से कनेक्शन

    Updated: Wed, 09 Jul 2025 07:09 PM (IST)

    रूस में गिरती जनसंख्या दर को रोकने के लिए सरकार ने एक नई योजना शुरू की है। इसके तहत हाई स्कूल और कॉलेज की छात्राओं को गर्भवती होने पर लगभग 1 लाख रूबल का कैश प्रोत्साहन दिया जाएगा। यह योजना केमेरोवो कारेलिया और ब्रायंस्क जैसे क्षेत्रों में शुरू की गई है। कुछ रूसी नागरिक इस योजना का समर्थन करते हैं जबकि कुछ नैतिक चिंताओं के कारण इसका विरोध करते हैं।

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    रूस में स्कूल या कॉलेज में पढ़ रही छात्राओं को प्रेग्नेंट होने पर सरकार देगी पैसे।(फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।  पिछले तीन सालों से रूस-यूक्रेन के बीच लड़ाई चल रही है। लाखों रूसी नागरिकों का जिंदगी पर युद्ध का सीधा असर पड़ा है। वहीं, अक्सर रूस में जनसंख्या संकट की बात होती रहती है।

    रूस में गिरती हुई जनसंख्या दर को रोकने के लिए पुतिन प्रशासन कई अहम योजनाएं चला रही है। इसी बीच वहां की सरकार ने एक ऐसी योजना की शुरुआत की है, जिसकी चर्चा दुनियाभर में हो रही है।

    दरअसल, रूस की सरकार ने एलान किया है कि देश के हाई स्कूलों और कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं को भी प्रेग्नेंट (Russia Population) होने पर कैश प्रोत्साहन देने की योजना चलाई जाएगी। हालांकि, यह योजना देशभर में चलाई जाएगी या कुछ इलाकों में इसकी पुष्टि नहीं हुई है।

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    इन इलाकों में चल रही योजना

    The Moscow Times और Fortune रिपोर्ट के अनुसार रूस के  साइबेरिया के केमेरोवो (Kemerovo), कारेलिया (Karelia), ब्रायन्सक (Bryansk), ओरयॉल (Oryol), टॉम्स्क (Tomsk) जैसे क्षेत्रों में सरकार ने ऐसी योजनाएं शुरू की हैं, जहां स्कूल या कॉलेज में पढ़ रही छात्राएं यदि कम से कम 22 सप्ताह की गर्भवती हैं और सरकारी मेटरनिटी क्लिनिक में रजिस्टर्ड हैं, तो उन्हें 100,000 रूबल (करीब 1 लाख रुपए) तक का वन-टाइम कैश बोनस दिया जाता है।

    रूस की जनता क्या सोच रही है?

    रूसी सरकार के इस फैसले पर वहां की जनता की राय बंटी हुई है। समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, रूसी पब्लिक ओपिनियन रिसर्च सेंटर द्वारा किए गए सर्वेक्षण में पाया गया कि 43 प्रतिशत रूसी इस नीति का समर्थन करते हैं, जबकि 40 प्रतिशत इसका विरोध करते हैं। आलोचकों का तर्क है कि किशोरावस्था में गर्भधारण को प्रोत्साहित करना नैतिक चिंताओं को जन्म देता है, जबकि समर्थक इसे जनसंख्या में गिरावट को रोकने के लिए एक आवश्यक कदम मानते हैं।

    रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच राष्ट्रपति पुतिन ने जनसंख्या वृद्धि को राष्ट्रीय प्राथमिकता बना दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूस-यूक्रेन युद्ध में 2,50,000 रूसी सैनिकों की मौत हो गई। वहीं, लाखों युवा देश छोड़कर जा चुके हैं।

    रूस में लगातार घट रही जनसंख्या

    Fortune की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 की पहली छमाही के दौरान, रूस में सिर्फ 5,99,600 बच्चों का जन्म हुआ था, जो 25 वर्षों में सबसे कम है। पिछले साल जुलाई महीने में क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने देश की घटती जनसंख्या पर चिंता जाहिर की थी।  

    रूस की जनसंख्या वर्तमान में लगभग 146 मिलियन है। गौरतलब है कि सोवियत संघ के विघटन के बाद सन् 1990 के दशक के आरंभ में रूस की आबादी 148 मिलियन (14.8 करोड़) थी। ।  साल 2023 में रूस की प्रजनन दर प्रति महिला केवल 1.41 थी। रूस में जनसंख्या स्तर को बनाए रखने के लिए 2.05 है।  

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