SCO के सफल आयोजन के लिए पुतिन ने पीएम मोदी को बोला Thank You, कहा- सदस्य देशों के साथ संबंधों को रखेंगे मजबूत
पीएम मोदी ने आज शंघाई सहयोग संगठन के वर्चुअल शिखर सम्मेलन की मेजबानी की। इस दौरान रूस के राष्ट्रपति पुतिन व चीनी राष्ट्रपति समेत कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने भी शिरकत की। इस दौरान रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने एससीओ सदस्य देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया। पुतिन ने कहा कि मैं इस शिखर सम्मेलन के आयोजन के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं।

मॉस्को, एजेंसी। पीएम मोदी ने आज शंघाई सहयोग संगठन के वर्चुअल शिखर सम्मेलन की मेजबानी की। इस दौरान रूस के राष्ट्रपति पुतिन व चीनी राष्ट्रपति समेत कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने भी शिरकत की। इस दौरान रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने एससीओ सदस्य देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया।
एससीओ शिखर सम्मेलन में पुतिन
एससीओ शिखर सम्मेलन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि मैं इस शिखर सम्मेलन के आयोजन के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं। इस शिखर सम्मेलन के लिए तैयार किए गए बहुत सारे दस्तावेजों और निर्णयों का कार्यान्वयन रूस और नई दिल्ली की घोषणा का समर्थन करता है, जो अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर एक संयुक्त दृष्टिकोण को रखता है। हम एससीओ सदस्य देशों के साथ संबंधों को और मजबूत करना जारी रखेंगे।
At SCO Summit, Russian President Vladimir Putin says "I would like to thank PM Modi for organising this Summit. Implementation of a lot of documents and the decisions that were prepared for this Summit. Russia supports the New Delhi declaration which gives a consolidated approach… pic.twitter.com/fd7t1VocTv
— ANI (@ANI) July 4, 2023
'अफगानिस्तान की वर्तमान स्थिति है एससीओ का फोकस'
एससीओ शिखर सम्मेलन में रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि एससीओ का एक और फोकस अफगानिस्तान में वर्तमान स्थिति है। अफसोस की बात है कि यहां स्थिति बेहतर नहीं हो रही है। एससीओ की प्राथमिकता आतंकवाद, कट्टरवाद, उग्रवाद और नशीली दवाओं की तस्करी का मुकाबला करना होना चाहिए।
पीएम मोदी ने पाकिस्तान को सुनाई खरी-खोटी
इससे पहले पीएम मोदी ने एससीओ शिखर सम्मेलन को संबोधित किया था। पीएम मोदी ने आंतकवाद को क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए प्रमुख खतरा करार देते हुए पाकिस्तान को नसीहत दी थी। पीएम ने कहा कि कुछ देश सीमा पार आतंकवाद को अपनी नीतियों के औजार के रूप में इस्तेमाल करते हैं और आतंकवादियों को पनाह देते हैं। शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) को ऐसे देशों की आलोचना करने में कोई संकोच नहीं करना चाहिए।
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