तेल विवाद के बीच भारत के लिए नये रास्ते खोलेगा रूस, अगले महीने पुतिन के भारत दौरे पर हो सकती है बड़ी डील
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दिसंबर में भारत की यात्रा पर आ सकते हैं, जिसकी तैयारियां चल रही हैं। इस दौरान भारत और रूस के बीच श्रम गतिशीलता समझौते पर हस्ताक्षर होने की संभावना है। यह समझौता रूस में भारतीय श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा करेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा। इस पहल को भारत-रूस संबंधों में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

पुतिन का दिसंबर में भारत दौरा। फाइल फोटो
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन दिसंबर में भारत की यात्रा पर आने वाले हैं। क्रेमलिन ने सोमवार को कहा कि उनकी यात्रा को लेकर तैयारियां चल रही हैं। उम्मीद है कि यह एक सार्थक यात्रा होगी। वह आखिरी बार दिसंबर 2021 में भारत आए थे।
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा, 'हम वर्तमान में राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा की सक्रिय रूप से तैयारी कर रहे हैं।' प्रेट्र के अनुसार, यात्रा के दौरान भारत और रूस द्वारा द्विपक्षीय लेबर मोबिलिटी समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है।
पुतिन का दिसंबर में भारत दौरा
यह समझौता रूस में कानूनी प्रवासन, श्रमिकों के अधिकारों की सुरक्षा और कुशल भारतीय जनशक्ति के विस्तार के लिए एक रूपरेखा स्थापित करेगा। यह समझौता मौजूदा भारतीय श्रमिकों के लिए कानूनी सुरक्षा सुनिश्चित करेगा और निर्माण, कपड़ा, इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रानिक्स जैसे उद्योगों में हजारों नए पेशेवरों के लिए रास्ते खोलेगा।
श्रम गतिशीलता समझौते पर हस्ताक्षर संभव
वर्ष के अंत तक, रूसी श्रम मंत्रालय द्वारा प्रबंधित कोटा के तहत 70,000 से अधिक भारतीय नागरिकों को पूरे रूस में आधिकारिक रूप से नियोजित किए जाने की उम्मीद है। मास्को स्थित भारतीय व्यापार गठबंधन ने आगामी भारत-रूस मोबिलिटी समझौते का स्वागत किया है और इस पहल को भारत-रूस संबंधों के विस्तार में रणनीतिक मील का पत्थर माना है।
(न्यूज एजेंसी रायटर के इनपुट के साथ)

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