पुतिन ने ह्यूमन वेस्ट भी नहीं छोड़ा... अलास्का में 'पूप सूटकेस' लेकर क्यों पहुंचे थे रूसी राष्ट्रपति के बॉडीगार्ड?
Putin Poop Suitcase रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के अलास्का दौरे पर अपने साथ एक पूप सूटकेस ले गए थे जिसमें उनका मल इकट्ठा किया जा रहा था। पुतिन के बॉडीगार्ड्स उनसे ह्यूमन वेस्ट को भी अपने साथ रूस ले गए। पहले भी पुतिन के विदेशी दौरों पर इस तरह की खबरें सामने आ चुकी हैं। आखिर इसके पीछे की क्या वजह है?

डिजिटल डेस्क, वाशिंगटन। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अमेरिका के दौरे पर अलास्का गए थे। इस दौरान पुतिन की मुलाकात अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से हुई। अलास्का में 3 घंटे तक चली ट्रंप और पुतिन की बैठक ने दुनिया भर में सूर्खियां बटोरीं। हालांकि, इस बीच पुतिन को लेकर एक चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है।
कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, अलास्का दौरे पर पहुंचे पुतिन अपने साथ 'पूप सूटकेस' भी लाए थे। यह सूटकेस उनके बॉडीगार्ड्स के हाथ में था, जिसमें पुतिन का मल इकट्ठा किया जा रहा था।
क्या है वजह?
यह खबर सुनने में कुछ अटपटी लग सकती है, लेकिन इसके पीछे एक बड़ा कारण है। दरअसल पिछले काफी समय से खबरें सामने आ रही हैं कि पुतिन बीमार हैं। ऐसे में पुतिन नहीं चाहते कि किसी को उनकी कथित बीमारी के बारे में कुछ भी पता चले। यही वजह कि पुतिन ने अमेरिका में अपना मल छोड़ना भी मुनासिब नहीं समझा।
बॉडीगार्ड ने लिया था पूप सूटकेस
2007 के बाद यह पहली बार था, जब रूस के राष्ट्रपति ने अमेरिका का दौरा किया था। ऐसे में पुतिन की सुरक्षा के लिए रूसी खुफिया एजेंसियों ने कड़े इंतजाम किए थे। पुतिन हर तरफ से बॉडीगार्ड्स से घिरे थे। उन्हीं में से एक बॉडीगार्ड के हाथ में पूप सूटकेस भी देखा गया था।
पहले भी सामने आईं हैं रिपोर्ट्स
पैरिस मैच और यूएस एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पुतिन के वेस्ट को इकट्ठा करने का काम रूस की फेडरल प्रोटेक्शन सर्विस(FPS) की टीम करती है। पुतिन के बॉडीगार्ड्स के पास एक खास तरह की थैली होती है, जिसमें वो रूसी राष्ट्रपति का ह्यूमन वेस्ट जमा कर लेते हैं और इसे अपने साथ रूस ले जाते हैं।
यह पहली बार नहीं है जब पुतिन से जुड़ी ऐसी खबरें सामने आ रही हैं। इससे पहले भी 2017 में पुतिन के फ्रांस दौरे के दौरान भी इस तरह की रिपोर्ट देखने को मिली थी। वहीं, विएना दौरे पर भी पुतिन ने पोर्टेबल टॉयलेट यूज किया था।
क्या हो सकता है कारण?
रूस का राष्ट्रपति बनने के बाद पुतिन ने साल 1999 से ही यह कवायद शुरू की है। मगर सवाल यह है कि आखिर पुतिन ऐसा क्यों करते हैं? दरअसल लंबे समय से खबरें आ रही हैं कि पुतिन किसी गंभीर बीमारी का शिकार है। 2023 में बेलारूस के राष्ट्रपति से बातचीत के दौरान भी पुतिन को झटके लगे थे।
हालांकि रूस के राष्ट्रपति भवन ने इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया है। मगर, एक्सप्रेस यूएस की रिपोर्ट के अनुसार, पुतिन पर्किंसन जैसी गंभीर न्यूरोलॉजिकल बीमारी से ग्रसित हैं। यही वजह है कि पुतिन अपना मल भी किसी देश में नहीं छोड़ते हैं, जिससे कोई पुतिन की बीमारी के बारे में पता लगा सके।
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