दुबई एयर शो हादसे में शहीद भारतीय पायलट को रूस ने दिया ट्रिब्यूट, विंग कमांडर नमांश स्याल को दी भावुक श्रद्धांजलि
दुबई एयर शो में तेजस विमान दुर्घटना में शहीद हुए विंग कमांडर नमांश स्याल को रूस ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी। रूसी नाइट्स एरोबैटिक्स टीम ने 'मिसिंग मैन' युक्ति का प्रदर्शन किया। अमेरिकी पायलटों ने भी संवेदना व्यक्त की। दुर्घटना में तेजस विमान कम ऊंचाई पर गिर गया था। विंग कमांडर स्याल को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। यह तेजस से जुड़ा दूसरा बड़ा हादसा था।

दुबई एयर शो हादसे में शहीद भारतीय पायलट को रूस ने दिया ट्रिब्यूट (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुबई एयर शो में तेजस फाइटर जेट दुर्घटना में शहीद हुए भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर नमांश स्याल को रूस ने भावुक सम्मान दिया। रूस की मशहूर Russian Knights एरोबैटिक्स टीम ने उनके लिए ‘मिसिंग मैन’ manoeuvreकिया, जो शहीद पायलटों को सम्मान देने का पारंपरिक तरीका माना जाता है।
रूसी टीम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मपर कहा कि तेजस का हादसा बहुत भयावह था और उनकी अंतिम उड़ान का प्रदर्शन उन भाइयों की याद में था जो अपनी आखिरी उड़ान से वापस नहीं आए।
रूसी और अमेरिकी पायलटों की भावुक प्रतिक्रिया
एक अमेरिकी एरोबैटिक पायलट टेलर FEMA हीस्टर ने भी इंस्टाग्राम पर लिखा कि उनकी टीम ने अपने अंतिम शो से पहले ही प्रदर्शन रद कर दिया और दूर से खड़े होकर भारतीय टीम की पीड़ा को महसूस किया। उन्होंने बताया कि भारतीय मेंटेनेंस टीम अपने साथी की जगह खाली पड़े स्पॉट, जमीन पर रखी सीढ़ी और पायलट की कार में पड़ी उनकी निजी चीजों को देख रही थी।
हीस्टर ने लिखा कि हादसे के बाद भी कार्यक्रम का सामान्य रूप से चलना इस बात की याद दिलाता है कि 'शो चलता रहता है', लेकिन अंदर सभी इस घटना से हिले हुए थे।
Russian Aerobatic Team Honours Indian Air Force Wg Cdr Namansh Syal🇮🇳 With Final-Day Tribute at Dubai Airshow 2025. The Missing Man Formation. 💔
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) November 23, 2025
pic.twitter.com/4MXxcm4kvM
कैसे हुआ हादसा?
तेजस विमान लो-ऊंचाई पर नेगेटिव G टर्न लेते हुए अचानक जमीन में जा गिरा। टकराते ही काला धुआं और आग का बड़ा गुबार उठ गया। विंग कमांडर स्याल को कुल आठ मिनट का यह डेमो उड़ान भरना था। रविवार को उनके पार्थिव शरीर को तमिलनाडु के सुलूर एयर बेस पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ लाया गया और बाद में हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा स्थित उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया।
भारतीय वायुसेना ने कहा कि स्याल एक समर्पित और बेहद कुशल लड़ाकू पायलट थे, जिन्होंने हमेशा कर्तव्य, कौशल और जिम्मेदारी से देश की सेवा की।
तेजस का दूसरा बड़ा हादसा
शुक्रवार का यह हादसा दो साल से भी कम समय में तेजस से जुड़ा दूसरा क्रैश था। इससे पहले 12 मार्च 2024 को जैसलमेर के पास ‘भारत शक्ति’ सैन्य अभ्यास से लौटते समय तेजस विमान क्रैश हुआ था। वह 2001 में पहली उड़ान के बाद से तेजस का पहला हादसा था।

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