Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Russia-Ukraine War: रूस में पुतिन के खिलाफ बगावत! वैगनर ग्रुप ने कर दिया विद्रोह, दे डाली धमकी

    By AgencyEdited By: Nidhi Avinash
    Updated: Sat, 24 Jun 2023 09:41 AM (IST)

    Russia-Ukraine War रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुश्किलें और बढ़ती नजर आ रही हैं। प्राइवेट मिलिशिया वैगनर ग्रुप उन्हें सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए तख्तापलट की कोशिश कर सकती है।ऐसे में तख्तापलट की आशंका के बाद मॉस्को में भारी संख्या में सेना को तैनात कर दिया गया है। रूस के वैगनर ग्रुप के मुखिया येवगेनी प्रिगोझिन ने रूसी रक्षा मंत्रालय के विरुद्ध बगावत कर दी है।

    Hero Image
    Russia-Ukraine War: रूस में पुतिन के खिलाफ बगावत! वैगनर ग्रुप ने कर दिया विद्रोह, दे डाली धमकी

    मास्को, एजेंसी। Russia-Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुश्किलें और बढ़ती नजर आ रही हैं। रूस के वैगनर ग्रुप के मुखिया येवगेनी प्रिगोझिन ने रूसी रक्षा मंत्रालय के विरुद्ध बगावत कर दी है।

    सोशल मीडिया पर शेयर किए गए कुछ वीडियो में येवगेनी प्रिगोझिन ने रूस के रक्षा मंत्री को पद से हटाने का एलान किया है। इसके अलावा, येवगेनी ने रूसी रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय रोस्तोव-ऑन-डॉन पर कब्जा करने के लिए अपने लड़ाकों को भी रवाना कर दिया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    व्लादिमीर पुतिन को सता रहा डर

    तख्तापलट के डर से पुतिन ने रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन की सुरक्षा कड़ी करने के लिए मॉस्को में टैंकों की तैनाती करने के आदेश जारी किए है। पुतिन को एक डर सता रहा है कि उनकी प्राइवेट मिलिशिया वैगनर ग्रुप उन्हें सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए तख्तापलट करने की कोशिश कर सकती है। इस बीच, मॉस्को की सड़कों पर टैंक को देखा गया है। क्रेमलिन के आसपास भी सैन्य गाड़ियों की भारी तैनाती है। 

    लंबे समय से चल रहा गतिरोध चरम पर पहुंचा

    TASS न्यूज एजेंसी ने कहा कि जैसे ही येवगेनी प्रिगोझिन और सैन्य शीर्ष अधिकारियों के बीच लंबे समय से चल रहा गतिरोध चरम पर पहुंच गया। रूस की एफएसबी सुरक्षा सेवा ने प्रिगोझिन के खिलाफ एक आपराधिक मामला शुरू कर दिया है। सुरक्षा सेवा ने वैगनर निजी सैन्य कंपनी बलों से येवगेनी प्रिगोझिन के आदेशों की अनदेखी करने और उसे गिरफ्तार करने का आह्वान किया है। क्रेमलिन द्वारा प्रिगोझिन पर सशस्त्र विद्रोह का आह्वान करने का आरोप लगाने के कुछ ही समय बाद यह कदम उठाया गया।